श्योपुर। आपने सुना होगा कि लोग चुनाव हारने की रंजिश में कभी लाठी डंडों से हमला या मारपीट या फिर धमकाने या लड़ाई झगड़े करने जैसे निकालते है, लेकिन चुनावी रंजिश की यह खबर सुनकर आप भी सब हैरत में पड़ जाएंगे। ग्राम मतासुला में दो पक्षों के चुनाव में रामलखन मीणा भारी मतों से जीते थे, और गिर्राज मीणा को हार का सामना करना पड़ा, अब गिर्राज ने चुनावी रंजिश निकालने के लिए गांव में बने ठाकुरजी के मंदिर से भगवान की मूर्ति गायब कर दी और जब गांव वालों ने आसपास पूछा, मूर्ति को ढूंढा तो पता चला कि हारे हुए प्रत्याशी गिर्राज मीणा ने ठाकुर जी की मूर्ती को एक कमरे में ताले में बंद करके रख दिया है।
ग्रामीणों पर आरोप भी लगाया है कि मुझे गांव में किसी ने वोट नहीं दिया तो में क्यूँ तुम सब लोगों को पूजा से वंचित न रखूं। ऐसे में पूरा गांव मंदिर में पूजा अर्चना और दर्शन से वंचित रह गया, महिलाएं जो भगवान के सामने बैठकर भजन कीर्तन करती थी, वह अब खाली पड़े मंदिर में भगवान की मूर्ति वापस आने का इंतजार कर रही हैं। अब ग्रामीणों ने थक हार कर जिला प्रशासन से खाली पड़े मंदिर में भगवान की मूर्ति वापस लाने की गुहार लगाई है।
मामला रघुनाथ जी महाराज की मूर्ति का है। अब ग्रामीणों की मांग है की वर्षो पुराने मंदिर में ठाकुर जी जैसे विराजित थे, वैसे ही फिर उसी मंदिर में उनकी मूर्ति रखी जाए, जिससे ग्रामीण एवं आसपास के दर्शनार्थी हमेशा की तरह मंदिर में जाकर भगवान की पूजा अर्चना और दर्शन कर सकें। वहीं, प्रशासन ने इस मामले को संज्ञान में लेकर तहसीलदार और पटवारी को गांव में भेजने के लिये निर्देश दिए है।