दूरसंचार नियामक ट्राई (TRAI) के ताजा आंकड़ों के मुताबिक नवंबर में 4जी स्पीड (4G Speed) में डेटा डाउनलोड के लिहाज से 20.8 मेगाबाइट प्रति सेंकेड (एमबीपीएस) के साथ रिलायंस जियो (Reliance Jio) सबसे आगे रही, जबकि अपलोड में 6.5 एमबीपीए के साथ वोडाफोन (Vodafone) दूसरों से आगे थी. डाउनलोड में अपने नजदीकी प्रतिस्पर्धी वोडाफोन के मुकाबले जियो की स्पीड दोगुनी से अधिक थी।
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जाहिर है वोडाफोन और आइडिया सेल्युलर (Vodafone and Idea Cellular) ने अपने मोबाइल कारोबार का वोडाफोन आइडिया लिमिटेड (Vodafone Idea Limited) के रूप में विलय कर दिया है, लेकिन भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (Telecom Regulatory Authority of India) अभी भी दोनों कंपनियों के नेटवर्क स्पीड के आंकड़े अलग-अलग जारी कर रहा है। ट्राई के आंकड़ों के अनुसार वोडाफोन ने नवंबर में 9.8 एमबीपीएस की डाउनलोड स्पीड दर्ज की।
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इसके बाद आइडिया और भारती एयरटेल ने क्रमशः 8.8 एमबीपीएस और आठ एमबीपीएस की डाउनलोड स्पीड दी। वोडाफोन 6.5 एमबीपीएस की अपलोड स्पीड के साथ इस खंड में सबसे आगे था. इसके बाद आइडिया ने 5.8 एमबीपीएस, एयरटेल ने चार एमबीपीएस और जियो 3.7 एमबीपीएस की अपलोड स्पीड दी।
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बता दें डाउनलोड स्पीड से उपभोक्ताओं को इंटरनेट से कंटेंट तक पहुंचने में मदद मिलती है, जबकि अपलोड स्पीड से उन्हें फोटो, वीडियो जैसे अपने कंटेंट को दूसरों तक भेजने में मदद मिलती है।
इससे पहले भारतीय ट्राई ने दूरसंचार कंपनियों को ग्राहकों को पेश किए जाने वाले रियायती प्लान अथवा खास वर्ग के लिये जारी प्लान की विस्तृत जानकारियां सौंपने का निर्देश दिया था। ट्राई ने अपने निर्देश में दूरसंचार कंपनियों को यह जानकारी उपलब्ध कराने के लिए 15 दिन का समय दिया था।
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उन्हें हर सेवा क्षेत्र (सर्किल) के लिए जनवरी 2020 से नवंबर 2020 तक अलग-अलग प्लान की जानकारी मासिक आधार पर देनी होगी। दूरसंचार कंपनियों को इसके तहत प्लान से जुड़े नियम-शर्तें, दरों का विवरण, टैरिफ प्लान का नाम, उसकी अवधि समेत हर जानकारी देनी होगी। ट्राई ने इसके अलावा कंपनियों से प्रत्येक प्लान के मौजूदा ग्राहकों की संख्या भी बताने को कहा है। यह उन्हें हर माह की लास्ट डेट को बचे ग्राहकों के आधार पर देनी होगी।