नई दिल्ली। देश में जल्द ही पानी के नीचे भी यात्री अब ट्रेन के सफर का आनंद ले सकेंगे। कोलकाता में 9 अप्रैल 2023 को कोलकाता मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (KMRC ) भारत की पहली अंडरवॉटर मेट्रो रेल का परीक्षण करने की तैयारी कर रही है। मिली जानकारी के मुताबिक कोलकाता में जिस अंडरवाटर मेट्रो ट्रेन का परीक्षण किया जा रहा है, वह हुगली नदी के पूर्वी तट पर एस्प्लेनेड और पश्चिमी तट पर हावड़ा मैदान को जोड़ती है। हावड़ा मेट्रो स्टेशन जमीनी स्तर से 33 मीटर नीचे देश का सबसे गहरा मेट्रो स्टेशन है।
हुगली नदी के नीचे 520 मीटर की जुड़वां सुरंग के साथ यह अंडरवाटर ट्रेन ट्रैक 4.8 किमी लंबी है। जिस पर बीते एक साल से काम चल रहा था और अब इसका पूरा काम हो चुका है। मिली जानकारी के मुताबिक कोलकाता मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (KMRC ) आवाजाही शुरू करने से पहले सियालदह और एस्प्लेनेड के बीच अपना दूसरा खंड (2.5 किमी) पूरा करने की प्रतीक्षा कर रहा है। इसके अलावा, यह सेक्टर-V के माध्यम से 16.6 किलोमीटर लंबी पूर्व-पश्चिम गलियारे (ग्रीन लाइन) से जुड़ जाएगा।
कोलकाता मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (KMRC ) के अधिकारियों ने जानकारी दी है कि मेट्रो रेल के साल्ट लेक डिपो से एस्प्लेनेड तक एस्प्लेनेड और सियालदह के बीच ईस्ट बॉन्ड टनल के माध्यम से 2 ट्रेनें ट्रायल पर चलेंगी, जिनमें फिलहाल 6 कोच होंगे। सियालदह से एस्प्लेनेड तक ट्रेनों को बैटरी से चलने वाले लोको द्वारा चलाया जाएगा क्योंकि इसमें पटरियां पर विद्युतीकरण नहीं किया गया है। कोलकाता मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (KMRC ) ने बताया है कि परीक्षण के बाद सब कुछ ठीक रहा तो एक दो महीने में ट्रेन का रूटीन परिचालन शुरू किया जा सकता है। सब कुछ यदि प्लान के साथ किया जाता है तो भारत भी उन देशों की सूची में शामिल हो जाएगा, जहां मेट्रो ट्रेन पानी के नीचे चलती है।