नई दिल्ली। शनि को कर्मफलदाता कहा जाता है। शनि सिर्फ आपको आपके किए का फल देते हैं। शनि सिर्फ इंसान को उसके किए का फल देते हैं, इसलिए उन्हें न्यायधीश कहा जाता है। लगभग 30 साल बाद शनि अपनी राशि कुंभ में आए थे। अभी शनि कुंभ राशि में वक्री गति से चल रहे हैं। इसके बाद 15 नवंबर को शनि मार्गी हो जाएंगे और अगले साल 2025 में मार्च में शनि राशि परिवर्तन करेंगे। शनि के इस राशि परिवर्तन से किन राशियों पर क्या प्रभाव होगा, यहां जानें
ज्योतिर्विद पंडित दिवाकर त्रिपाठी ने बताया कि साल 2025 में शनि देव राशि परिवर्तन करेंगे। मार्च में शनि देव की मीन राशि में गोचर करेंगे। इस परिवर्तन से मुख्य तौर पर 8 राशियों पर प्रभाव होगा। इससे वृष, मिथुन, कन्या, तुला, धनु, मकर, कुंभ तथा मीन राशि वालों के लिए विशेष रूप से लाभ होगा। इन राशियों के लिए परिस्थितयां बदलेंगी। पहले इन लोगों को जिन समस्याओं का सामना करना पड़ेगा, अब यह उनसे फ्री हो जाएंगे। इनकम के नए साधन बनेंगे। आर्थिक लाभ के अच्छे संकेत मिल रहे हैं।
इस वक्त शनि देव की साढ़ेसाती मीन, कुंभ और मकर राशि पर चल रही है। इसके अलावा शनि के ढैय्या का प्रभाव वृश्चिक और कर्क राशि पर है। शनि के मीन राशि में जाने से साढ़ेसाती की स्थिति भी बदलेगी। आपको बता दें कि शनि की साढ़ेसाती साढ़े सात साल और ढैया ढ़ाई साल की होती है। शनि के मीन राशि में गोचर करने से मकर राशि वालों पर शनि की साढ़ेसाती खत्म हो जाएगी। अभी इस पर शनि साढ़ेसाती का अंतिम चरण चल रहा है। इसके अलावा मेष राशि पर शनि की साढ़ेसाती शुरू हो जाएगी।