शिवपुरी। झोपड़ी में आग लगने से दाे सगी बहनें जिंदा जल गईं। दोनों मासूम अपने चचेरे भाई-बहनों के साथ बाहर खेल रही थीं। झोपड़ी में अचानक आग देखकर दोनों अंदर चली गईं और बाहर नहीं निकल सकीं। चचेरे भाई-बहन दूर भाग गए, जिससे उनकी जान बच गई। बताया जा रहा है कि झोपड़ी के ऊपर से बिजली का अस्थायी तार गुजरा है, जिसमें शॉर्ट सर्किट से आग लगी होगी। शिवपुरी जिले के नयागांव टीला-मजरा निवासी कृपाल सिंह लोधी ने बताया कि घर के पास ही उनकी झोपड़ी बनी हुई है, जिसमें भूसा और लकड़ियां रखी रहती हैं। उनके भाई का परिवार भी पास ही रहता है। रविवार सुबह सभी काम पर चले गए थे। पत्नी घर के काम कर रही थी। दोनों बेटियां शिवांशी (4) और निव्या (2) अपने चचेरे भाई-बहन समीक्षा (3) और अभिजीत (4) पिता कल्याण सिंह के साथ घर के पास ही झोपड़ी के बाहर खेल रही थीं।
बच्चियों के पिता ने बताया देर शाम अचानक चीख-पुकार सुनकर पत्नी घर से बाहर आई तो झोपड़ी में आग लगी थी। इतने में ग्रामीण मौके पर पहुंचे, उन्होंने आग बुझाने की कोशिश की। दमकल और पुलिस को कॉल किया। दमकल ने पहुंचकर आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक दोनों बेटियां जिंदा जल चुकी थीं।
पिता का कहना है कि आग किन कारणों से लगी, यह तो पता नहीं है, लेकिन भूसा और लकड़ी के कारण आग तेजी से फैली। हो सकता है बच्चियां खेलते हुए झोड़पी में घुसी हों या फिर आग देखकर डर के मारे झोपड़ी में जाकर छिप गई हों। बच्चियां तो झोपड़ी में चली गईं, लेकिन दोनों चचेरे भाई-बहन बाहर की ओर भागे, जिससे उनकी जान बच गई। मौके पर पहुंचे पुलिस सहित नायब तहसीलदार और थाना प्रभारी ने पूरी घटना की जानकारी ली। थाना प्रभारी गब्बर सिंह गुर्जर ने कहा, प्रारंभिक जांच में पता चला है कि झोपड़ी के ऊपर से एक अस्थाई तार गुजरा है। संभवत: उसी में शॉर्ट सर्किट से आग लगी होगी।