भोपाल। भेल के बरखेड़ा पठानी क्षेत्र में शराब दुकान में तोड़फोड़ के बाद पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने सोमवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा है। इस पत्र में उमा ने जनता के शराबबंदी अभियान के लिए सरकार से साथ देने को कहा है। उन्होंने लिखा है कि जनता पहल कर रही है, तो सरकार को साथ देना चाहिए। कम से कम निषिद्ध एवं वर्जित स्थानों पर शराब की दुकान और आहते शासन को तुरंत बंद कर देने चाहिए। उन्होंने इसे लेकर ट्वीट भी किए हैं।
उमा भारती ने कहा है कि आजाद नगर स्थित शराब दुकान बंद कराने के लिए धरना-प्रदर्शन कर रही थी। वहां से लौटते वक्त स्थानीय महिलाएं मुझसे रोते हुए मिली थीं। उन्होंने बताया कि उनका घर की छतों पर निकलना दूभर हो गया है। शराबी छतों पर निकलने वाली महिलाओं को लज्जित करते हैं। मैं वापस मुड़ी और पूरी ताकत से एक पत्थर शराब की बोतलों पर दे मारा। महिला के सम्मान की रक्षा में मैंने ऐसा किया। उन्होंने लिखा कि जागरुकता अभियान तो शराबियों-नशेड़ियों की निजी जिंदगी बचाने के लिए है। मेरा मानना है कि शराब की दुकानें सरकार की सहमति से खुलती हैं, इसलिए शराबबंदी सरकार की ओर से और नशा-शराब मुक्ति के लिए समाज की ओर से पहल होनी चाहिए
उमा भारती ने कहा है कि आजाद नगर स्थित शराब दुकान बंद कराने के लिए धरना-प्रदर्शन कर रही थी। वहां से लौटते वक्त स्थानीय महिलाएं मुझसे रोते हुए मिली थीं। उन्होंने बताया कि उनका घर की छतों पर निकलना दूभर हो गया है। शराबी छतों पर निकलने वाली महिलाओं को लज्जित करते हैं। मैं वापस मुड़ी और पूरी ताकत से एक पत्थर शराब की बोतलों पर दे मारा। महिला के सम्मान की रक्षा में मैंने ऐसा किया। उन्होंने लिखा कि जागरुकता अभियान तो शराबियों-नशेड़ियों की निजी जिंदगी बचाने के लिए है। मेरा मानना है कि शराब की दुकानें सरकार की सहमति से खुलती हैं, इसलिए शराबबंदी सरकार की ओर से और नशा-शराब मुक्ति के लिए समाज की ओर से पहल होनी चाहिए।
उमा भारती ने कहा कि मैंने डेढ़ साल पहले शराबबंदी के संदर्भ में आपसे चर्चा की थी। आपने सकारात्मक जबाव भी दिया। आपका कहना था कि मैं इस बोर में जागरुकता अभियान चलाऊं। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने भी यही कहा। उल्लेखनीय है कि उमा भारती शराबबंदी को लेकर दो दिन से सक्रिय हैं। गुनगा के बाद वे आजाद नगर भेल स्थित शराब दुकान के सामने धरने पर बैठ गई थीं।