ग्वालियर। केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ग्वालियर के रूपसिंह स्टेडियम में पहुंचकर अचानक बल्ला हाथ में थाम लिया। इसके बाद क्रिकेट पिच पर पहुंचे और एक के बाद एक दो चौके लगा दिए। आखिर में बल्ला रखते समय कहा मजा आ गया। मौका था कैप्टन रूपसिंह स्टेडियम में चल रहे दिव्यांग क्रिकेट टूर्नामेंट का। यह टूर्नामेंट ज्योतिरादित्य के पिता माधवराव सिंधिया की स्मृति में खेला जा रहा था। यहां पहुंचकर उन्होंने भी क्रिकेट में अपने हाथ अजमाए। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। क्रिकेट के शौकीन केन्द्रीय मंत्री सिंधिया जब भी बैट बॉल देखते हैं तो खुद को अजमाने से रोक नहीं पाते हैं।
ग्वालियर अल्प प्रवास पर आए केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सोमवार को ग्वालियर के कैप्टन रूप सिंह स्टेडियम में चल रहे दिव्यांग क्रिकेट टूर्नामेंट में शिरकत की। इस दौरान सिंधिया ने व्हीलचेयर पर बैठे हुए दिव्यांग क्रिकेट खिलाड़ियों से मुलाकात भी की और इसके बाद उनके साथ क्रिकेट भी खेला। क्रिकेट के मैदान पर उतरे सिंधिया ने चौके भी जड़े। टूर्नामेंट के दौरान मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि दिव्यांग क्रिकेट खिलाड़ियों के प्रदर्शन को लेकर ‘मैं बेहद खुश हूं, और उनकी प्रशंसा करता हूं। इसके साथ ही सिंधिया ने कहा कि खिलाड़ियों को बेहतर विकल्प उपलब्ध कराए जाएंगे और दिव्यांग खिलाड़ियों को हर तरह की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। उन्होंने खिलाड़ियों को भी भरोसा दिलाया कि उन्हें सभी सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। ग्वालियर मंे दिव्यांग क्रिकेट को और बेहत्तर किया जाएगा।ग्वालियर में पहली बार हो रहा है व्हीलचेयर नेशनलचैम्पियनशिप
ग्वालियर में पाँच दिवसीय नेशनल व्हीलचेयर क्रिकेट चैम्पियनशिप के दौरान केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कैप्टन रूप सिंह स्टेडियम पहुँच कर दिव्यांग क्रिकेटरों की हौसला अफजाई की है। आपको बता दें कि ग्वालियर में पहली बार हो रही नेशनल चैम्पियनशिप में देश भर की आठ व्हीलचेयर क्रिकेट टीमें भाग ले रही हैं। इस चैम्पियनशिप का शुभारम्भ ज्योतिरादित्य सिंधिया के पुत्र महानआर्यमन सिंधिया ने किया था। व्हीलचेयर क्रिकेट चैम्पियनशिप में देश भर के 115 खिलाड़ियों ने भाग लिया है। मंगलवार को इसका फाइनल खेला जाएगा।