सिंगरौली | देश कोयला संकट से धीरे-धीरे उबर रहा है। आज हमारे पास चार दिन का स्टाक है। पहले हामरे पास 7.2 और 7.3 मिलियन टन स्टाक था। आज हमारे पास 7.5 मिलियन टन का स्टाक है। आगे भी दो मिलीयन प्लस बिजली क्षेत्र से डिमांड है। जिसे हम कोल इंडिया सिंगरौली सहित अन्य कोल माइंस से पूरा करेंगे। यह बात मंगलवार को एक दिवसीय दौरे पर आए केंद्रीय कोयला, खान एवं संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने पत्रकारों से चर्चा करने के दौरान कही। केंद्रीय कोयला मंत्री प्रहलाद जोशी ने मंगलवार को मध्य प्रदेश के सिंगरौली स्थित नार्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड का दौरा किया। मंत्री ने एनसीएल प्रबंधन के साथ कोयला उत्पादन व परिवहन पर समीक्षा बैठक की। उन्होंने देश के बिजली संयंत्रों को निर्बाध कोयला आपूर्ति के लिए एनसीएल के प्रयासों की सराहना की।
इस दौरान उन्होंने निगाही परियोजना के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ खदान संचालन के बारे में चर्चा की और उत्पादन और परिवहन में तेजी लाने के कहा। इसके बाद दूधिचुआ परियोजना में फस्ट माइल कनेक्टिविटी (एफएमसी) के तहत 10 मिलियन टन वार्षिक क्षमता के नए साइलो की आधारशिला भी रखी। केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने निगाही व्यू पॉइंट का खदान को देखा। इस दौरान मंत्री ने परियोजना के सर्वश्रेष्ठ कामगारों को सम्मानित किया और खदान में तैनात खनिकों की टीम को उत्पादन और परिवहन में बढ़ोतरी के लिए प्रोत्साहित किया।
मंत्री ने निगाही परियोजना में मेक इन इंडिया के तहत तैयार 190 टन के स्वदेशी इलेक्ट्रिक डंपर को हरी झंडी दिखाई। साथ ही पौधारोपण कर खदानों के चारों ओर हरित आवरण को बढ़ाने का संदेश दिया और टीम एनसीएल को दीर्घकालिक खनन गतिविधियों के लिए प्रोत्साहित किया।