राजगढ़। मध्यप्रदेश के राजगढ़ में अनलाॅक होते ही परियों के पानी से कोरोना ठीक होने की अफवाह उड़ते ही मंदिर के बाहर सैकड़ों लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। भीड़ में महिलाओं और पुरूष की बड़ी संख्या थी, ये सभी सोशल डिस्टेसिंग का पालन ना करते हुए अंधविश्वास के चलते घरों से बाहर निकल आए थे।बिना मास्क के ही कोरोना से बैखौफ राजगढ़ की ये तस्वीरें फिर खतरें का आगाज कर रही है। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद कलेक्टर ने भी सख्त कदम उठाते हुए पुलिस को दोषियों के खिलाफ मामला दर्ज करने के आदेश दिए है। पुलिस ने भी भीड़ जुटा कर अंधविश्वास फैलाने वाले दो पुरुषों एवं दो महिलाओ पर मामला दर्ज किया है।
परियों का जल पीने बिना मास्क के उमड़ी लापरवाही वाली भीड़…
जानकारी के मुताबिक राजगढ़ जिला मुख्यालय से 15 किलोमीटर दूर ग्राम चाटूखेड़ा में अनलॉक होते ही कस्बे के मंदिर परिसर में कोरोना गाइडलाइन के नियमों को दरकिनार कर अंधविश्वास के चलते सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। प्रत्यक्षदर्शियों एवं ग्रामीणों के अनुसार 1 जून मंगलवार को चाटूखेड़ा मंदिर परिसर में दोपहर करीब 11:30 बजे के आसपास गांव की दो महिलाओं के शरीर में देव परियों के आने से बड़ी संख्या में वहां भीड़ जमा हो गई और देखते ही देखते सैकड़ों महिला-पुरुष मंदिर परिसर के बाहर इकट्ठे हो गए। जानकारी अनुसार इन परियों ने ग्रामीणों के ऊपर पानी के छींटे देकर इन्हें जल पीने को कहा और ग्रामीणों से कहा यह जल पी लो किसी को कोरोनावायरस छू भी नहीं सकेगा। साथ ही जिन्हें कोरोना है। वह बिल्कुल ठीक हो जाएंगे और उन्हें दोबारा कभी कोरोना नहीं होगा।
वायरल वीडियो पर कलेक्टर के आदेश पर दो महिलाओं सहित चार पर मामला दर्ज…
देखते ही देखते यह खबर पूरे कस्बे सहित आसपास के गांव में आपकी तरह फैल गई और दोपहर को वहां सैकड़ों की संख्या में भीड़ इकट्ठी हो गई। इसे लापरवाही कहें या अंधविश्वास लेकिन लोगों की भीड़ को देखते हुए लगता है,कि इन्हें कोरोनावायरस का बिल्कुल डर नहीं है। यहां लोगों ने जल पीने के दौरान ना तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया और ना ही भीड़ में मास्क लगाकर कोरोना गाइडलाइन का पालन किया गया। इस घटना के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद गांव में पुलिस पहुंची और लोगों की भीड़ को वहां से हटाया। इसी के साथ पुलिस ने अंधविश्वास फैलाकर भीड़ को इकट्ठा करने के मामले में दो महिलाओं और दो पुरुषों पर मामला दर्ज किया है और पुलिस के द्वारा गाँव मे मुनादी कर लोगो को समजाईश दी गई है।
ये अंधविश्वास लोगो की जान पर ना पड़ जाए भारी…
राजगढ़ जिले में अनलॉक के पहले दिन ही आस्था के नाम पर जिस तरह से हजारों की भीड़ जुटाई गई। इसे देखकर और इसके बारे में सोच कर शरीर में सिरहन दौड़ जाती है,कि कोरोना काल में बिना गाइडलाइन के इतनी भीड़ इकट्ठा हुई और फिर असुरक्षित तरीके से ग्रामीणों के द्वारा परियों के जल को पिया गया। ऐसे में आशंका है, कि सैकड़ों लोगों पर यह अंधविश्वास कहीं उनकी जान पर भारी ना पड़ जाए। साथ ही सवाल खड़े होते हैं ,कि जब इतनी भीड़ इकट्ठी हो रही थी और कई घंटों तक यह माजरा चलता रहा ,तो आखिरकार नियमों का पालन कराने इसे रोकने वाले स्थानीय पुलिस और प्रशासन कहां सो रहा था।