इंदौर। रिटेल गारमेंट व्यापारी एसोसिएशन ने यूपीआई पेमेंट के उपयोग पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया है। इसके बाद बैंक अधिकारी इस मामले का समाधान निकालने के लिए सक्रिय हो गए हैं।
बैंक अधिकारियों ने व्यापारियों को सोमवार (30 दिसंबर) को मिलने के लिए बुलाया है, ताकि इस पर चर्चा कर समाधान निकाला जा सके। अगर इस बैठक से कोई ठोस परिणाम नहीं निकलता, तो मामला वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंचाया जाएगा।
रेडिमेड गारमेंट्स व्यापारी एसोसिएशन के अध्यक्ष, अक्षय जैन ने कहा कि बैंक अधिकारियों और अन्य संस्थाओं ने हमसे संपर्क किया है। साइबर अपराध के बढ़ते मामलों के कारण व्यापार करना मुश्किल हो गया है। उन्हें उम्मीद है कि बैठक के बाद इस समस्या का समाधान निकल आएगा।
जैन ने यह भी बताया, “हमने प्रदेश के वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा को मेल किया है और इंदौर के सांसद शंकर लालवानी को भी इस मामले से अवगत कराया है।
पोस्टर लगाए- केवल नकद भुगतान स्वीकार करेंगे
साइबर धोखाधड़ी के बढ़ते मामलों के कारण, इंदौर के व्यापारियों ने यूपीआई पेमेंट लेना बंद कर दिया है और अपनी दुकानों पर पोस्टर लगाए हैं, जिनमें लिखा है कि वे केवल नकद और क्रेडिट कार्ड से भुगतान लेंगे।
यह कदम उस घटना के बाद उठाया गया, जब राजवाड़ा क्षेत्र में रेडिमेड गारमेंट्स दुकान के संचालक पार्थ जैन के खाते में ग्राहक द्वारा साइबर फ्रॉड के तहत यूपीआई से पैसे ट्रांसफर किए गए, जिसके परिणामस्वरूप उनका खाता होल्ड हो गया और चेक बाउंस हो गया, जिससे उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। इसके बाद एसोसिएशन के सभी सदस्य यूपीआई पेमेंट लेने से मना कर चुके हैं।
इंदौर जिले में व्यापारियों ने ऑनलाइन धोखाधड़ी के बढ़ते मामलों के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। रिटेल गारमेंट व्यापारी एसोसिएशन ने यूपीआई पेमेंट के उपयोग को पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया है और व्यापार में केवल कैश के इस्तेमाल का निर्णय लिया है। व्यापारियों का कहना है कि ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामलों में वृद्धि के कारण उन्हें वित्तीय नुकसान हो रहा है, और इसलिए उन्होंने यह कदम उठाया है।