भोपाल। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनावों को लेकर गहमागहमी तेज हो गई है। भारतीय जनता पार्टी ने भी तैयारियों को गति दे दी है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह 20 दिन में तीसरी बार भोपाल आ रहे हैं। वह रविवार को मध्य प्रदेश की राजधानी में आएंगे और दोपहर 12 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। शाह इसमें भाजपा का चुनावी रोडमैप पेश कर सकते हैं।
मध्य प्रदेश में 2018 में मिली हार के बाद इस बार भाजपा हर कदम फूंक-फूंककर रख रही है। राजनीति के चाणक्य कहलाने वाले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने चुनावी तैयारियों की कमान अपने हाथ में ले ली है। हिंदी राज्यों में शाह के पास मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ और राष्ट्रीय अध्यक्ष जय प्रकाश नड्डा के पास राजस्थान की जिम्मेदारी है। शाह 11 जुलाई को आए तो चुनाव प्रभारी के तौर पर भूपेंद्र यादव और सह-प्रभारी के तौर पर अश्विनी वैष्णव को अपना प्रतिनिधि बना गए। फिर 26 जुलाई को आकर उन्होंने पार्टी के कोर ग्रुप के साथ चुनावी रणनीति पर चर्चा की। चार घंटे में हर एक सीट का गणित समझा। विजय संकल्प यात्रा की तैयारी, नाराज और असंतुष्ट नेताओं को मनाने, कांग्रेस को आक्रामक तरीके से जवाब देने और हारी हुए सीटों पर पकड़ बनाने समेत हर मुद्दे पर विस्तार से चर्चा की।
मध्य प्रदेश में तीन केंद्रीय मंत्री तैनात किए गए हैं। नरेंद्र सिंह तोमर को चुनाव प्रबंधन समिति का संयोजक बनाया गया है। भूपेंद्र यादव को चुनाव प्रभारी और अश्विनी वैष्णव को सह-चुनाव प्रभारी बनाया है। इनकी मौजूदगी में ही प्रदेश के नेता चुनावी रणनीति बना रहे है। प्रदेश के नेतृत्व में परिवर्तन को लेकर लग रही अटकलों पर शाह रविवार को विराम लगा सकते हैं।
मोदी-शिवराज की उपलब्धियां लेकर जाएंगे जनता के बीच
भाजपा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सरकारों कीयोजनाओं की उपलब्धियों के साथ जनता के बीच जाएगी। कांग्रेस सरकार के 2003 से पहले के दस साल और 2018 से 2020 तक के 15 महीने वाली कमलनाथ सरकार से तुलना की जाएगी। अमित शाह चुनावी कमेटियों की जिम्मेदारी देने वाले नेताओं के नाम के साथ ही विजय संकल्प यात्रा को लेकर चुनावी रोडमैप पेश कर सकते है।
प्रदेश भाजपा की चुनावी समितियों के नाम तय हो गए है। कुछ की जिम्मेदारी सौंप भी दी गई। अब इनके पदाधिकारियों के नामों की अधिकारिक घोषणा होना है। इसमें चुनाव प्रबंधन समिति, मतदान अभियान समिति, सोशल मीडिया, प्रचार-प्रसार, कमल दीपावली, घर-घर झंडा, विशेष संपर्क अभियान, प्रवास कार्यक्रम, सत्कार, कॉल सेंटर समेत अन्य समितियां शामिल हैं।