भोपाल डेस्क। मध्यप्रदेश में राज्य निर्वाचन आयुक्त वीपी सिंह की नगरीय निकाय चुनावों की तैयारी को लेकर की गई बैठक के बाद…प्रदेश में नगरीय निकाय चुनावों को लेकर हलचल तेज हो गई है। मध्यप्रदेश में प्रभावी वैक्सीनेशन होने के बाद प्रदेश में पंचायत चुनाव से पहले नगरीय निकाय चुनाव हो सकते हैं। अगर सब कुछ ठीक रहा तो यह चुनाव सितंबर या अक्टूबर में करवाए जा सकते हैं। जिसको लेकर समय सीमा के अंदर चुनावों की तैयारियां पूरे करने के निर्देश राज्य निर्वाचन आयोग के आयुक्त ने समीक्षा बैठक में दिए हैं।
कोविड-19 गाइडलाइन को ध्यान में रखकर की जाए तैयारियां…
बैठक में राज्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा है,कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण के प्रभावी नियंत्रण और वैक्सीनेशन की स्थिति के मद्देनजर वर्तमान में आम निर्वाचन करवाया जाना संभव है। उन्होंने कहा ,कि कोरोना के कारण पहले से ही आम निर्वाचन बहुत लेट हो चुके हैं। इसलिए पहले नगरीय निकायों के निर्वाचन करवाये जायेंगे। आयुक्त ने चुनाव में उपयोग होने वाली अमिट स्याही क्रय करने के आदेश जारी किए हैं साथ में नगरीय निकायों में बनने वाले स्टोर रूम मैं सीसीटीवी व्यवस्था करने के लिए कहा गया है इस दौरान कोविड-19 नियमों का पालन हर स्तर पर करना सुनिश्चित किया जाना चाहिए
347 नगरीय निकायों में होगा चुनाव…
प्रदेश में कुल 407 नगरीय निकाय हैं। इनमें से 347 में आम निर्वाचन कराये जाना है। दो चरण में मतदान होगा। प्रथम चरण में 155 और दूसरे चरण में 192 नगरीय निकायों में मतदान कराया जायेगा। महापौर व अध्यक्ष का निर्वाचन अप्रत्यक्ष प्रणाली से होगा। इन 347 नगरीय निकायों में सभी 16 नगर निगम शामिल हैं। कुल 19 हजार 955 मतदान केन्द्र बनाये गए हैं। कुल अभी 60 नगरीय निकायों का कार्यकाल बाकी है। मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन 3 मार्च 2021 को हो चुका है। नगरीय निकायों में मतदान ई.व्ही.एम. से कराये जायेंगे। पंचायत आम निर्वाचन 3 चरण में करवाये जायेंगे। बैठक में सचिव राज्य निर्वाचन आयोग दुर्ग विजय सिंह, उप सचिव अरूण परमार एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।