रतलाम। आजकल के समय में जहां अधिकतर युवा उच्च शिक्षा प्राप्त करने के बाद अच्छी नौकरी और विलासितापूर्ण जीवनशैली की ओर आकर्षित हो रहे हैं, वहीं कुछ युवा चकाचौंध की दुनिया से दूर संयमित जीवन जीने की दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं। इसी कड़ी में रतलाम के मेहता परिवार की युवा सदस्य उर्वी मेहता, जो ग्रेजुएशन के बाद आईएएस की तैयारी कर रही हैं, अब 14 दिसंबर को जैन भगवती दीक्षा लेने जा रही हैं।
शांतिलाल लल्लू मेहता परिवार की धर्मनिष्ठ और समाजसेवी कुलदीपिका, उर्वी मेहता, 14 दिसंबर को गणिवर्य कल्याण रत्न विजयजी की दिशा में जैन भगवती दीक्षा का अंगीकार करेंगी। इस तीन दिवसीय दीक्षा महोत्सव की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं।
आत्म कल्याण से विश्व कल्याण की ओर
वीर माता-पिता मंजू और महावीर मेहता की बेटी, 21 वर्षीय उर्वी मेहता में संयमित जीवन की ओर बढ़ने की प्रेरणा हृदय परिवर्तक कल्याण रत्न विजयजी के प्रवचनों से प्राप्त हुई। उर्वी ने गुरुकुल में रहते हुए यह समझा कि विश्व की समस्याओं का वास्तविक, पूर्ण और स्थायी समाधान आत्म कल्याण में निहित है। आत्म कल्याण का संकल्प लेकर उर्वी ने अपने जीवन को इस दिशा में समर्पित करने का निर्णय लिया।
दीक्षा महोत्सव का कार्यक्रम
12 से 14 दिसंबर तक आयोजित होने वाले इस आत्म कल्याण उत्सव में 12 दिसंबर को प्रवचन, पार्श्व जिन पंच कल्याणक पूजन, वस्त्र रंगोत्सव (चौबीसी) और संध्या भक्ति हनुमान रुंडी अमृत कुंज पर आयोजित की जाएगी।
13 दिसंबर को सुबह 9 बजे निवास स्थान हटीराम दरवाजा से वर्षीदान यात्रा शुरू होगी और शाम 7 बजे जैन स्कूल में विदाई समारोह होगा। 14 दिसंबर को सुबह जैन स्कूल सागोद रोड पर गणिवर्य कल्याण रत्न विजयजी की उपस्थिति में जैन भगवती दीक्षा का कार्यक्रम आयोजित होगा।