मुरैना। जिले में टीकाकरण अभियान पूरी तरह सुस्त हो चला है। हालत यह है कि जिला अस्पताल स्थित टीकाकरण सेन्टर पर सुबह 10:30 बजे न तो डॉक्टर थे और वैक्सीन के डोज भी पूरे दिन के लए केवल 2220 बचे थे। यह तो हुई वैक्सीन और चिकित्सकों की स्थिति। अब अगर वैक्सीन लगवाने वालों की बात करें तो वह भी बहुत कम आ रहे हैं। गुरुवार को जिला अस्ताल में सुबह 10:30 बजे टीका लगवाने वालों की लाइन गायब थी। अन्दर लगभग 10 से 15 लोग बैठे थे। उनमें से कुछ के वैक्सीन लग चुकी थी और बाकी के लग रही थी। कुल मिलाकर वेक्सीनेशन का काम पूरी तरह सुस्त हो गया है। न लगवाने वालों की इच्छा है और न लगाने वालों की।
वेक्सीनेशन सेंटरों पर जो लोग वेक्सीन लगवाने आ रहे हैं उनमें 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों की संख्या अधिक है। जबकि इस समय 45 वर्ष से अधिक आयु वालों को भी टीके लग रहे हैं। लेकिन इस आयु के लोगों में जाकरूकता का पूरी तरह अभाव देखा जा रहा है क्योंकि इस आयु वर्ग के लोग बहुत कम आ रहे हैं। लोगों की माने तो इस आयु वर्ग के लोगों में आत्मविश्वास अधिक है तथा वे समझ रहे हैं कि उन्हें फिलहाल वेक्सीनेशन की जरूरत नहीं है।
एक तरफ वेक्सीन लगवाने वालों में रुचि कम हो रही है वहीं दूसरी तरफ अस्पताल के चिकित्सक भी वेक्सीनेशन में कम रुचि ले रहे हैं। हालत इस बात से समझी जा सकती है कि जिला अस्पताल में सुबह 10:30 बजे तक चिकत्सक अपने चेंबरों में नहीं थे। वेक्सीनेशन सेंटर के दोनों चेंबर पूरी तरह खाली पड़े थे।