ग्वालियर। ग्वालियर में वेंलेन्सटाइन वीक में एक जोड़े का तलाक होने से बच गया। ग्वालियर के युवक ने डेढ़ साल पहले शिवपुरी निवासी लड़की से प्रेम विवाह किया था। लड़का ग्वालियर में जॉब करता है, वहीं लड़की शिवपुरी में नौकरी करती है। शादी के तीन महीने बाद पत्नी ने पति को शिवपुरी आकर रहने का दबाव डाला, लेकिन लड़का घर जवाई बनने को तैयार नही हुआ। पत्नी भी अपनी नौकरी छोड़कर ग्वालियर में पति के साथ रहने को राज़ी नही हुई। आखिर में दोनों ने फैमिली कोर्ट में तलाक लेने का फैसला लिया, जब कोर्ट पहुंचे तो काउंसलर ने समझाया कि वेंलेन्सटाइन वीक में जोड़ियां बनाई जाती है शादी तोड़ी नही जाती, काउंसलर का फार्मूला सुनकर दोनों ने तलाक की ज़िद छोड़ दी और तरह महीने बाद वेंलेन्सटाइन डे के दिन एक साथ रहने लगे।
प्रेम विवाह के बाद अहम की लड़ाईं से आई दरार
ग्वालियर में रहने वाला राहुल प्रायवेट कंपनी में सीनियर ऑफीसर है। करीब 2 साल पहले फ़ेसबुक पर राहुल की दोस्ती शिवपुरी की शीला के साथ हुई थी, शीला भी शिवपुरी में ही प्रायवेट जॉब करती थी। फेसबुक की दोस्ती जल्द ही प्यार में बदल गई, घरवाले तैयार नही हुए तो दोनों ने 30 जुलाई 2020 को आर्य समाज मे शादी कर ली। शादी के बाद शीला अपनी नौकरी के शिवपुरी आती- जाती रही। कुछ दिन बाद राहुल ने शीला को शिवपुरी की नौकरी छोड़कर ग्वालियर में उसके साथ रहने को कहा। तो वही शीला ने राहुल को शिवपुरी में अपने परिवार के साथ आकर रहने के लिए दबाव डालना शुरू किया। इसी बात को लेकर दोनों में अहम की लड़ाईं शुरू हो गई।
फैमिली कोर्ट में तलाक लेने पहुंचा जोड़ा
राहुल और शीला अपनी जिद पर अड़े रहे, दोनों आपसी सहमति से तलाक के लिए राज़ी हुए और इसी सप्ताह ग्वालियर की फैमिली कोर्ट में तलाक के लिए पहुंचे। फैमिली कोर्ट में राहुल और शीला की काउंसलर हरीश दीवान से मुलाकात हुई। हरीश दीवान ने दोनों से कहा आपने एक दूसरे से प्रेम विवाह किया है और वेंलेन्सटाइन वीक में तलाक लेना चाहते हो, इससे प्यार करने वालों में गलत संदेश जाएगा। दीवान ने दोनों से कहा कि वेंलेन्सटाइन वीक में जोड़े बनते हैं जोड़े टूटते नही।
तलाक का आवेदन फाड़कर दोनों साथ घर लौटे
काउंसलर हरीश ने दोनों पति पत्नी की तीन घंटे तक काउंसलिंग कराई। अंत में तय हुआ कि शीला अपनी नौकरी छोड़कर ग्वालियर में पति राहुल के पास रहेगी। और पति राहुल ने भरोसा दिलाया कि वो शीला के लिए ग्वालियर में नई नौकरी दिलाने में मदद करेगा, जिससे शीला अपने पैरों पर खड़ी हो सके। इसके बाद दोनों ने तलाक के आवेदन फाड़कर फेंक दिया और हंसीखुशी साथ-साथ विदा हुए।