भोपाल। प्रदेश में पंचायत चुनाव के अधिकृत परिणाम आने के बाद अब बीजेपी और कांग्रेस नेता जिला पंचायतों में अपने-अपने अध्यक्ष बनाने के दावे कर रहे हैं। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने जिला पंचायतों, जनपद पंचायतों और ग्राम पंचायतों में भाजपा समर्थकों के बहुमत में जीतने का दावा किया है। बीजेपी प्रदेश कार्यालय में मीडिया से चर्चा के दौरान वीडी शर्मा ने कहा कि प्रदेश की 52 जिला पंचायतों में से भाजपा को 44 जिलों में बहुमत मिला है। इन जिलों में हमारे कार्यकर्ता जीतकर आए हैं। इन 44 जिलों की जिला पंचायत में हमारा बोर्ड बनेगा।
शर्मा ने कहा कि बाकी के 8 जिलों में थोड़ा मशक्कत करना पड़ रही है। इनमें से 3 में जिले ऐसे हैं, जहां BJP के लिए कठिनाई है, लेकिन हमारी कोशिश है कि इन तीनों जिलों में भी हमारा बोर्ड बने। वीडी ने बीजेपी के लिए कठिनाई वाले तीन जिलों के नाम नहीं बताए।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि 29 जुलाई को जब जिला, जनपद पंचायत अध्यक्ष, उपाध्यक्षों के चुनाव होंगे, तब सबको जवाब मिल जाएगा। 313 जनपदों में से अभी तक 233 जनपदों पर बीजेपी समर्थित प्रत्याशी जीत कर आए हैं, हम जनपदों में भी बहुमत के साथ अध्यक्ष बनाने जा रहे हैं।वीडी ने कहा कि मध्यप्रदेश में 22924 पंचायतों में चुनाव हुए हैं। इनमें से 19863 (87%) पंचायतों पर बीजेपी कार्यकर्ता सरपंच का चुनाव जीत कर आए हैं। 650 पंचायतें निर्विरोध निर्वाचित चुनी गई हैं। प्रदेश की सभी 16 नगर निगम भी भाजपा जीतेगी।
वीडी शर्मा ने कहा कि ग्रामीण निकाय चुनाव में प्रदेश की जनता ने कांग्रेस के धुरंधरों को सबक सिखाया है। दिग्विजय सिंह के गुना में कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया है। नेता प्रतिपक्ष गोविंद की विधानसभा में आने वाली चार में तीन जनपद पंचायतों में कांग्रेस के प्रत्याशी हार गए। इंदौर में मतदाताओं ने कांग्रेस को सबक सिखाया है और भिंड में कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया है। अल्पसंख्यकों को अपना वोट बैंक मानकर राजनीति करने वाली कांग्रेस को बुरहानपुर के मतदाताओं ने ऐसा सबक सिखाया है कि कांग्रेस कभी भूलेगी नहीं। बुरहानपुर के मतदाताओं ने कांग्रेस मुक्त जिला पंचायत बनाई है। छिंदवाड़ा में भी कांग्रेस की स्थिति ठीक नहीं रही है। उन्होंने कहा कि इन चुनावों ने यह बता दिया है कि झूठ बोलने वाली, जनता को गुमराह करने वाली ताकतें बुरी तरह असफल रही हैं।