इंदौर। कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर के बीच अब ‘पार्वो’ वायरस ने भी आतंक मचाना शुरु कर दिया है। इंदौर में पशु चिकित्सकों के पास श्वानों में हर दिन 15 ऐसे मामले सामने आ रहे हैं, जिसमें ‘पार्वो’ वायरस के लक्षण मिल रहे है। चिंता इस वायरस की इसलिए भी बढ़ी है, क्योंकि इसमें मृत्युदर 70 से 80 फीसदी तक है।
हालांकि इस वायरस से बचने के लिए एक मात्र वैक्सीन ही रामबाण इलाज है। दरअसल मौसम बदलने से पालतू श्वानों पार्वो वायरस की चपेट में आ रहे हैं। इस बीमारी से श्वानों की आंत में संक्रमण फैलता है। सबसे ज़्यादा असर श्वानों के पिल्लों में पड़ता है। संक्रमण के प्रभाव से श्वानों को खून की उल्टी होने लगती है और शरीर से बुरी तरह दुर्गंध आती है, इसमें वैक्सीनेशन ही उपचार का एक मात्र तरीका है।
पशु चिकित्सक डॉ.प्रशांत तिवारी का कहना है कि श्वानों और बिल्ली में ये वायरस मिलता है। वैसे अभी श्वानों में हर दिन 10 से 15 मामले ऐसे मिल रहे है, उन्होंने साफ़ किया कि डायग्नोसिस की सुविधा उपलब्ध नहीं है,लेकिन लक्षण से साफ जाहिर होता है कि श्वानों में ‘पार्वो’ वायरस उपलब्ध है। हालांकि इतनी तेज़ी से बढ़ते संक्रमण के बीच अब श्वानों की मौत भी पशु चिकित्सकों की चिंता बढ़ा रही है।