भोपाल। राजधानी के आरटीओ कार्यालय में वाहन स्थानांतरण कराने के ऐवज रिश्वत मांगने का एक महिला कर्मचारी का वीडियो वायरल हुआ है। इस वीडियो में महिला कर्मचारी एक आरटीओ एजेंट से वाहन स्थानांतरण कराने के लिए 100 रुपये मांग रही हैं। खुल्ले पैसे लाने की बात कह रही हैं। साथ ही पुराने हिसाब-किताब के 100 रुपये की भी याद दिला रही हैं। वीडियो वायरल होने पर आरटीओ संजय तिवारी पर आरटीओ संबंधी तमाम कामकाज कर्मचारियों के भरोसे छोड़ने और दलालों से साठगांठ का आरोप भी लगाया है। इस संबंध में आरटीओ संजय तिवारी ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है। मामले की जांच कराई जाएगी। यदि रिश्वत मांगी है तो संबंधित महिला कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी
बता दें कि आरटीओ में एजेंटों की सक्रियता कम नहीं हो रही है। आरटीओ संबंधी 95 फीसद काम आनलाइन होने के बाद भी एजेंटों का जाल आरटीओ पर हावी है। इससे पहले आरटीओ में एजेंट व कर्मचारियों के बीच मारपीट के मामले भी सामने आ चुके हैं। नियमानुसार आरटीओ के 200 मीटर के भीतर एजेंट नहीं आ सकते, लेकिन लोगों की मोटर व्हीकल एक्ट की ज्यादा समझ न होने की वजह से आनलाइन आवेदन करने में भी एजेंटों की मदद लेनी पड़ती है। यह भी एक कारण है कि एजेंटों की सक्रियता कम नहीं हो रही है।
आरटीओ अभी कोकता स्थित नए भवन के साथ-साथ सात नंबर स्टाप पर स्थित पुराने कार्यालय में भी संचालित हो रहा है। इसमें कोकता में बने नए भवन में परमानेंट ड्राइिंवग लाइसेंस ही बनाए जा रहे हैं। बाकी फिटनेस, पंजीयन, वाहन स्थानांतरण सहित अन्य कार्य पुराने आरटीओ भवन सात नंबर मानसरोवर काम्प्लेक्स में हो रहे हैं। छह महीने पहले एक एजेंट व आरटीओ कर्मचारी के बीच किसी काम को लेकर लेन-देन पर विवाद हुआ था। एजेंट ने आरटीओ कर्मचारी के साथ मारपीट कर दी थी। कर्मचारियों ने नाराजगी जताते हुए विरोध प्रदर्शन भी किया था। इसके बार आरटीओ संजय तिवारी ने आरटीओ परिसर के भीतर एजेंटों के प्रवेश पर रोक लगा दी थी, लेकिन जैसे ही घटना के कुछ दिन बीते, एजेंटों की सक्रियता फिर से बढ़ गई।