लखनऊ। उत्तर प्रदेश के ज्ञानपुर से निषाद पार्टी के बाहुबली विधायक विजय मिश्रा को मध्य प्रदेश पुलिस ने गिरफ्तार किया है। ज्ञानपुर के विधायक विजय मिश्र को मध्य प्रदेश के आगर जिले के मालवा से गिरफ्तार किया गया है। भदोही के ज्ञानपुर विधानसभा क्षेत्र के बाहुबली विधायक विजय मिश्रा को आगर मालवा पुलिस ने हिरासत में लिया है। भदोही एसपी की सूचना पर शुक्रवार सुबह आगर मालवा पुलिस ने यह कार्रवाई की।
बताया जा रहा है कि विधायक मिश्रा कार (यूपी-60-बीआर-6030) से उज्जैन होते हुए आगर-मालवा पहुंचे थे। मार्ग में तनोड़िया थाना के पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोका और पूछताछ के लिए थाने लाए। विधायक के साथ तीन अन्य लोग भी हैं। थाने पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। भदोही ने एसपी राम बदन सिंह ने बताया कि विधायक विजय मिश्रा तथा उनकी विधान परिषद सदस्य पत्नी रामलली तथा पुत्र विष्णु मिश्रा के खिलाफ भदोही में कृष्ण मोहन तिवारी ने केस दर्ज कराया है। इसी मामले में विजय मिश्रा को अब जेल भेजा जाएगा। हमारी टीम मध्य प्रदेश रवाना हो गई है जो कि शाम तक भदोही आ जाएगी। विजय मिश्रा को सड़क मार्ग से भदोही लाया जा रहा है। विजय मिश्रा को भदोही पुलिस की सूचना पर एमपी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। कांग्रेस से अपनी राजनीति शुरू करने वाले विजय मिश्रा ने 2017 में निषाद पार्टी के टिकट पर विधानसभा का चुनाव जीता था। विजय मिश्रा को मध्य प्रदेश के आगर मालवा जिले में पकड़ा गया है।
विधायक विजय मिश्रा को लोग बाहुबली कहते है, वह खुद को ब्राह्मण कहते हैं, जबकि पुलिस माफिया बताती है। विधायक विजय मिश्रा प्रयागराज से गायब हो गए। उनकी लोकेशन उज्जैन में मिली थी और आज उनको आगर जिला से गिरफ्तार किया गया है। विधायक विजय मिश्रा को हिरासत में लेने की बाद आगर मालवा जिले के एसपी राकेश सागर ने बताया कि इंदौर के डीआइजी को भदोही के एसपी का एक पत्र प्राप्त हुआ था। भदोही पुलिस को विधायक विजय मिश्रा के उज्जैन में होने की जानकारी मिली थी।
भदोही के ज्ञानपुर से निषाद पार्टी के विधायक के बाहुबली विजय मिश्रा ने एक वीडियो जारी कर अपनी हत्या की आशंका जताई है। उन्होंने कहा है कि ब्राह्मण होने के नाते उन्हेंं परेशान किया जा रहा है और पुलिस कभी भी उनका एनकाउंटर कर सकती है। इस वीडियो जारी होते ही भदोही पुलिस ने इसका खंडन किया। एपी रामबदन सिंह ने भी वीडियो जारी करके कहा कि विधायक विजय मिश्र ने असत्य तथ्यों को आधार बनाकर अपने आपराधिक कृत्यों से ध्यान भटकाने के लिए वीडियो बनाया गया है। उन्होंने कहा कि यह जनता में भ्रम फैलाने के उद्देश्य से जारी किया गया। उनके खिलाफ 73 मुकदमें दर्ज हैं। उनकी सुरक्षा के लिए गनर दिया गया है। वीडियो में लगाए गए आरोप असत्य और निराधार हैं।
विधायक विजय मिश्रा ने कहा कि मेरी पत्नी रामलली और बेटे विष्णु को फर्जी मामले में फंसाया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि ब्राह्मण होने के नाते उन्हेंं परेशान किया जा रहा है, क्योंकि वो ब्राह्मण होकर चार बार से विधायक हैं। विजय मिश्रा ने वीडियो में यह भी कहा कि उनके साथ ये सब इसलिए हो रहा है ताकि बनारस या चंदौली का कोई माफिया यहां आकर जिला पंचायत का चुनाव लड़ सके। बलिया के किसी बेटे को चुनाव लडऩे की बात भी कर रहे हैं, इसीलिए उनकी हत्या कराई जा सकती है।