इंदौर। छत्रीपुरा मामले में सही चेहरों की पहचान नहीं हुई तो फिर मैं भी देखूंगा कि इंदौर में कौन अशांति फैला रहा है। ऐसे लोग मेरे हाथ लग गए तो मैं उन्हें उल्टा लटकाकर शहर में घूमाउंगा। इस शहर में कोई अशांति नहीं फैला सकता। इंदौर का किसी भी तरह से कोई नुकसान करेगा तो हम हर तरह से उसे समाप्त करेंगे। यह बात कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने सोमवार को छत्रीपुरा मामले को लेकर कही।
मीडिया से चर्चा में विजयवर्गीय ने कहा कि मैं देख रहा हूं कि प्रशासन काफी सक्रिय है। कार्रवाई करेगा, लेकिन ऐसा लगा कि हमें भी शामिल होना पड़ेगा तो हम पीछे नहीं हटेंगे। इस शहर के लिए हम कुछ भी कर सकते है। इंदौर में जो भी दंगा फैलाएगा वह यहां नहीं रह पाएगा। हमें पता लगा कि यह वह शख्स है तो वह इंदौर में नहीं रह सकेगा। हम भी पीछे नहीं हटेंगे। जो भी इंदौर का किसी भी तरह से कोई नुकसान करेगा हम हर तरह से उसे समाप्त करेंगे।
छत्रीपुरा थाना क्षेत्र के कागदीपुरा मस्जिद में लगे विवादित पोस्टर को सोमवार को हटा दिया गया है। रविवार को इंटरनेट मीडिया पर हिंद रक्षक के एकलव्य सिंह गौड़ ने पोस्टर का फोटो साझा किया था। आरोप लगाया था कि यह गजवा-ए-हिंद के आंतक को दर्शाता पोस्टर है। यह सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रहा था।
हिंदू संगठनों से जुड़े अन्य लोगों ने भी इसमें अपना विरोध दर्ज करवाया था। हालांकि शिया समाज ने स्वेच्छा से पोस्टर को हटा दिया है। विवादित पोस्टर पर शिया समाज ने भी अपनी बात रखी है। उन्होंने कहा कि कथित विवादित पोस्टर इराक में जो इमाम हुसैन की शहादत हुई उसको दर्शाता है।
ऑल इंडिया शिया समाज के प्रदेश प्रवक्ता दिलशाद नकवी ने बताया कि इसमें हजरत इमाम हुसैन की बहन जेनब और हजरत बीबी सकीना जो चार साल की बच्ची थी, उसको दिखाया गया है। पोस्टर में हमाम हुसैन की यजीद फौज के द्वारा शहीद करने के बाद की स्थिति को बताता है। इसका गजवा-ए-हिंद से कोई लेना-देना नहीं है। यह आरोप गलत है। इसके बावजूद हमने स्वैच्छा से इसे हटा लिया है।