भारतीय रेसलर विनेश फोगाट ने पेरिस ओलिंपिक में डिसक्वालिफाई होने के बाद कुश्ती से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया है। उन्होंने गुरुवार सुबह X (पहले ट्विटर) पर एक भावुक पोस्ट में लिखा, “मां कुश्ती मेरे से जीत गई, मैं हार गई। माफ करना आपका सपना, मेरी हिम्मत सब टूट चुके। इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब। अलविदा कुश्ती 2001-2024, आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी, माफी।”
विनेश के इस ऐलान के बाद हरियाणा सरकार ने उन्हें ओलिंपिक सिल्वर मेडलिस्ट की तरह सम्मानित करने का ऐलान किया है। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने घोषणा की है कि राज्य सरकार विनेश को सम्मान और इनाम देगी, जैसा कि ओलिंपिक सिल्वर मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों को दिया जाता है।
विनेश ने अपने डिस्क्वालिफिकेशन के खिलाफ अपील भी दायर की थी। उन्होंने कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स से मांग की थी कि उन्हें संयुक्त रूप से सिल्वर मेडल दिया जाए। पहले उन्होंने फाइनल खेलने की मांग की थी, लेकिन बाद में उन्होंने इसे बदलकर सिल्वर मेडल की मांग की।
7 अगस्त को विनेश का वजन उनकी तय कैटेगरी 50 किग्रा से 100 ग्राम ज्यादा पाया गया, जिसके बाद उन्हें ओलिंपिक एसोसिएशन ने फ्रीस्टाइल महिला कुश्ती के लिए अयोग्य घोषित कर दिया। इस घटना के बाद विनेश की तबीयत बिगड़ गई और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।
इस कठिन समय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन की अध्यक्ष पीटी उषा से रेसलर की मदद के तरीके खोजने के लिए कहा था और इस मामले में विरोध दर्ज कराने का सुझाव भी दिया था।