ग्वालियर। शहर के एक निजी अस्पताल में एक कोरोना पेशेंट महिला से दुष्कर्म की कोशिश का सनसनीखेज मामला सामने आया है। महिला व उसके परिजनों ने हॉस्पिटल के वार्ड बॉय पर दुष्कर्म के प्रयास के आरोप के साथ ही लोटस हॉस्पिटल के संचालक डॉ प्रशांत अग्रवाल उनकेेे स्टाफ पर वार्डबॉय को संरक्षण देकर भगाने के गंभीर आरोप लगाए हैं। फिलहाल मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर आरोपी वार्ड बाय को गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी के मुताबिक शिवपुरी की रहने वाली इस महिला को उसके परिजन सर्दी, जुकाम, खांसी और बुखार की शिकायत के बाद ग्वालियर लेकर आए थे और उन्होंने हॉस्पिटल रोड स्थित लोटस अस्पताल में उसे इलाज के लिए भर्ती कराया था। जहां महिला का कोरोना टेस्ट किया गया था जिसमें वह पॉजिटिव पाई गई। इसके बाद ऑक्सीजन की कमी के चलते उसे आईसीयू में भर्ती कराया गया। गोल्डन विलेज नामक रेस्टोरेंट में लोटस अस्पताल का इन दिनों कोविड-19 सेंटर चल रहा है।परिजनों का कहना है|
कि वार्ड बाय विवेक लोधी ने पहले रात 11 बजे से रात 12 बजे दरवाजे की कुंडी लगाकर महिला के शरीर पर छेड़खानी की है। महिला द्वारा अपने परिजनों को फोन करने के बाद वे लोग वहां आ गए और आरोपी को पकड़ लिया। लेकिन परिजनों का आरोप है, कि अस्पताल के संचालक डॉ प्रशांत अग्रवाल ने अपने स्टाफ के अन्य सहयोगियों की मदद से आरोपी विवेक को छुड़वा दिया और उनके साथ मारपीट भी की। उनकी मांग है, कि आरोपी वार्ड बॉय विवेक के खिलाफ तो छेड़खानी का मामला दर्ज कर लिया गया है। लेकिन उसे संरक्षण देने वाले डॉक्टर प्रशांत अग्रवाल के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गई है। अतः उसके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाए पुलिस ने मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
Recent Comments