Weakness Fatigue In Morning: सुबह का समय ताजगी और नई ऊर्जा से भरा होता है लेकिन कुछ लोगों को नींद से उठते ही थकावट और कमजोरी महसूस होती है। यह कभी कभार हो तो सामान्य बात है लेकिन अगर यह रोज़ महसूस हो तो यह शरीर में किसी गड़बड़ी का संकेत हो सकता है। दरअसल जब शरीर रातभर सोने के बाद भी थका थका लगता है तो इसका मतलब है कि शरीर पूरी तरह से रिकवर नहीं कर पाया है।
पोषण की कमी से थकान बढ़ती है
शरीर में पोषक तत्वों की कमी भी सुबह की थकान की बड़ी वजह होती है। खासकर अगर शरीर में आयरन विटामिन बी12 विटामिन डी और कैल्शियम की कमी हो तो ऊर्जा की कमी महसूस होती है। जब भोजन में जरूरी विटामिन और मिनरल्स नहीं होते तो शरीर खुद को ठीक से रिपेयर नहीं कर पाता। ऐसे में सुबह उठते ही कमजोरी महसूस होती है। इसे दूर करने के लिए अपने खानपान में प्रोटीन हरी सब्जियां दूध और फलों को जरूर शामिल करें।
तनाव और नींद की गुणवत्ता का गहरा संबंध
अगर आप रातभर सोए फिर भी सुबह आलस या थकान महसूस करते हैं तो इसकी एक वजह मानसिक तनाव हो सकता है। दिमाग अगर ज्यादा एक्टिव रहे तो नींद तो आती है पर वह गहरी नहीं होती। इसी वजह से सुबह उठकर भी थकावट बनी रहती है। मानसिक तनाव नींद की गुणवत्ता को बिगाड़ देता है जिससे शरीर और दिमाग दोनों को आराम नहीं मिल पाता। इससे बचने के लिए हर दिन कुछ मिनट ध्यान लगाना और गहरी सांसों का अभ्यास करना फायदेमंद होता है।
कैफीन और रात की आदतें भी जिम्मेदार
कई लोगों को रात में चाय या कॉफी पीने की आदत होती है। लेकिन इससे शरीर का नींद चक्र गड़बड़ा जाता है। कैफीन का असर दिमाग पर ऐसा पड़ता है कि नींद देर से आती है और सुबह आलस महसूस होता है। अधिक कैफीन लेने से अनिद्रा की समस्या भी हो सकती है। इसलिए रात में चाय कॉफी या एनर्जी ड्रिंक जैसी चीजें लेने से बचें। इसके बजाय हल्का गर्म दूध या हर्बल चाय पीना बेहतर विकल्प हो सकता है।
बीमारियों का भी हो सकता है संकेत
अगर आप हर दिन सुबह उठते ही थकान कमजोरी और चक्कर जैसा महसूस करते हैं तो यह शरीर में किसी बीमारी का संकेत हो सकता है। थायरॉइड एनीमिया डायबिटीज या ब्लड प्रेशर जैसी समस्याएं भी इस थकान की वजह बन सकती हैं। इसके अलावा स्लीप एप्निया जैसी नींद से जुड़ी बीमारियां भी रात की नींद को बाधित करती हैं जिससे दिनभर थकान बनी रहती है। ऐसी स्थिति में डॉक्टर से संपर्क करना बेहद जरूरी होता है।