भोपाल। मध्यप्रदेश में बर्फीली हवाओं का असर कम होते ही गर्मी ने जोर पकड़ना शुरू कर दिया है। राज्य के अधिकांश शहरों में दिन का तापमान 36 डिग्री सेल्सियस से अधिक पहुंच चुका है। इंदौर, उज्जैन और जबलपुर संभाग के जिलों में तापमान में सबसे ज्यादा वृद्धि देखी गई है। 15 मार्च के बाद सूरज की तपिश और बढ़ने की संभावना है, हालांकि, इसके बाद मौसम में बड़ा बदलाव भी हो सकता है।
तेज धूप और तापमान में वृद्धि
रविवार को भी दिन का तापमान तेजी से बढ़ा और लोगों को तेज धूप का सामना करना पड़ा। मौसम विभाग के मुताबिक, अगले एक सप्ताह तक मौसम इसी तरह बना रह सकता है।
शनिवार से रविवार के बीच भोपाल में रात के तापमान में 1.1 डिग्री की वृद्धि देखी गई, और राजधानी का न्यूनतम तापमान 17.5 डिग्री सेल्सियस रहा। हालांकि, दिन के समय धूप काफी तेज महसूस की गई।
पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव
मध्यप्रदेश मौसम विभाग के अनुसार, 9 मार्च को एक पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में आया, जिससे प्रदेश में मौसम में और बदलाव देखने को मिल सकता है।
सोमवार से प्रदेश में तापमान में 2 से 4 डिग्री सेल्सियस तक की वृद्धि हो सकती है। फिलहाल, बादल और बारिश की कोई संभावना नहीं है।
होली तक मौसम में बदलाव की संभावना
मौसम विभाग के अनुसार, 9 मार्च से होली तक एक के बाद एक पश्चिमी विक्षोभ आने की संभावना है, जिससे मौसम में बदलाव होगा।
होली के दिन भोपाल सहित प्रदेश के अधिकतर क्षेत्रों में दिन का तापमान 35 से 36 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है।
पिछले दिनों की सर्दी और तापमान में उतार-चढ़ाव
पहाड़ों से आई बर्फीली हवाओं के कारण प्रदेश में सर्दी बढ़ गई थी, जिससे भोपाल में मार्च के महीने में पिछले 12 साल की सबसे कड़क ठंड रिकॉर्ड की गई।
मौसम विशेषज्ञ एके शुक्ला के अनुसार, 2013 से 2024 के बीच मार्च में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से नीचे नहीं गया। इससे पहले 2012 में भोपाल में रात का तापमान 9.4 डिग्री दर्ज किया गया था।
अब पहाड़ों और उत्तर के मैदानी इलाकों से आ रही सर्द हवाएं कमजोर हो चुकी हैं। अगले 48 घंटों में रात के तापमान में 2 डिग्री की वृद्धि हो सकती है, जिससे भोपाल में रात का तापमान 12 डिग्री तक रहने की संभावना है।
प्रदेश के प्रमुख शहरों का तापमान
प्रदेश के पांच बड़े शहरों में जबलपुर का न्यूनतम तापमान सबसे कम 12.8 डिग्री दर्ज हुआ।
ग्वालियर में 13.3 डिग्री, उज्जैन में 14.5 डिग्री, भोपाल में 17.5 डिग्री और इंदौर में 18 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।
वहीं, प्रदेश के पांच सबसे कम न्यूनतम तापमान वाले शहरों में शहडोल जिले के कल्याणपुर शहर की रात सबसे ठंडी रही, जहां तापमान 10 डिग्री दर्ज हुआ।
इसके अलावा खजुराहो (छतरपुर) में 10.4 डिग्री, पचमढ़ी (नर्मदापुरम) में 10.6 डिग्री, गिरवर (शाजापुर) में 10.8 डिग्री और देवरा (सिंगरौली) में 11.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।
मार्च माह के तापमान के रिकॉर्ड
मार्च माह के रिकॉर्ड्स की बात करें तो सबसे अधिक तापमान 2021 में 30 मार्च को 41 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
वहीं, सबसे कम तापमान 9 मार्च 1979 को 6.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ था। उसके बाद से रात का न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक ही रहा है।
हालांकि, मार्च के महीने में कई बार बारिश भी देखी गई है। सर्वाधिक बारिश 2006 में 108.8 मिमी दर्ज की गई थी।