जबलपुर। सुबह से ही रिमझिम बारिश का सिलसिला जारी है। इसी के साथ इस मानसून सीजन में बारिश का कुल आंकड़ा 534 मिलीमीटर यानि 21 इंच के पार हो गया है।भादों में लौटे मानसून के चलते पिछले करीब 5 दिनों से रुक रुक कर कभी तेज तो कभी बूंदाबांदी से फिजाओं में भी ठंडक घुल गई है। उमस भरी गर्मी का अहसास कम हो रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक मध्य प्रदेश से लेकर बंगाल की खाड़ी तक बारिश का सिस्टम बना हुआ है। जिसके असर से जबलपुर सहित पूर्वी मध्य प्रदेश में बारिश रिकॉर्ड की जा रही है। आगामी 24 घंटों में भी जबलपुर सहित आस-पास के जिलों में गरज- चमक के साथ बारिश की संभावना है।
मौसम विभाग केंद्र के प्रभारी अधिकारी बीजू जॉन जैकब ने बताया कि वर्तमान में निम्न दाब क्षेत्र के दुर्बल होने के बाद संयुग्मित चक्रवातीय परिसंचरण पूर्वी राजस्थान, पश्चिमी मध्य प्रदेश के क्षेत्रों में सक्रिय है। मानसून ट्रफ लाइन भी मध्यप्रदेश के गुना, सतना, अंबिकापुर होते हुए पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी तक तक विस्तृत है। वहीं पूर्वोत्तर अरब से लेकर दक्षिणी गुजरात और दक्षिणी मध्य प्रदेश से होते हुए उत्तरी छत्तीसगढ़-ओडिशा तक अन्य ट्रफ लाइन गुजर रही है। 11 सितंबर को एक और निम्न दाब क्षेत्र उत्तर-मध्य बंगाल की खाड़ी में विकसित होने की संभावना बनी हुई है। इसके असर से जबलपुर सहित मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में अच्छी बारिश के संकेत मिल रहे हैं।
बहरहाल बारिश के चलते तापमान भी गिरावट देखी जा रही है। पिछले तीन दिनों में अधिकतम तापमान तीन डिग्री तक गिरकर 30 से 27 पर आ गया है। जबकि न्यूनतम तापमान भी 24 से कम होकर 23 पर आ गया है।लगातार हो रही बारिश से आंकड़ा भी बढ़ रहा है। शुक्रवार को सुबह से अब तक हुई एक मिली बारिश के बाद बारिश का कुल आंकड़ा 534.4 मिलीमीटर यानी 21 इंच पर आ गया है। जबकि पिछले मानसून सीजन में अभी तक 981.7 यानी साढ़े 38 इंच बारिश रिकार्ड की गई थी। जबलपुर में 52 इंच तक बारिश होती है।