भोपाल। प्रदेश के तापमान में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. यहां अचानक मानसून की लुका-छुपी के चलते अब किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें साफ दिखाई दे रही हैं. ऐसे में किसानों की खरीफ फसल की बुवाई पिछड़ती जा रही है. बीते महीने बारिश तो हुई, लेकिन इसका खेतों की नमी पर कुछ खास असर नहीं पड़ा. मौसम विभाग के अनुसार, आगामी 10 जुलाई तक तापमान में गिरावट के आसार नहीं हैं. हालांकि, अगले 24 घंटे में कहीं-कहीं जरूर हल्की बौछारें पड़ने के आसार हैं.
मौसम वैज्ञानिक पीके सहा के अनुसार, वर्तमान में मध्य प्रदेश में कोई भी वेदर सिस्टम सक्रिय नहीं है. वातावरण में नमी न होने से मौसम साफ होने लगा है. धूप निकलने के कारण अधिकतम तापमान में वृद्धि दर्ज की जा रही है. राजधानी भोपाल का अधिकतम तापमान 37 डिग्री और न्यूनतम तापमान 27 डिग्री बना हुआ है. ग्वालियर का तापमान सामान्य से चार डिग्री अधिक 40 डिग्री और न्यूनतम तापमान 25 डिग्री रहा. जबलपुर तापमान 39 डिग्री अधिकतम और न्यूनतम 26 डिग्री सेल्सियस रहा है. वही इंदौर में 34 डिग्री और न्यूनतम 24 डिग्री पर बने हुए हैं.
मौसम विभाग के अनुसार, अगले 24 घंटे के दौरान प्रदेश के शिवपुर, भिंड, मुरैना, ग्वालियर, दतिया, रीवा, सीधी और डिंडोरी जिलों में सामान्य बारिश होने का अनुमान है. हालंकि, इन जिलों के अलावा भी कहीं-कहीं मामूली बारिश दर्ज की जा सकती है.
दरअसल, मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में भी कोई वेदर सिस्टम इस समय एक्टिव नहीं है. इस वजह से मध्यप्रदेश में मानसून शिथिल पड़ गया है. मानसून ट्रफ भी हिमालय की तराई की तरफ बढ़ गया है. हालांकि, कहीं-कहीं जरूर हल्की बौछारें पड़ने के आसार हैं. हालांकि 7 जुलाई के बाद बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने की आशंका है. उम्मीद है कि इसके बाद मानसून फिर से प्रदेश की ओर रुख करेगा.