नई दिल्ली। देश में कोरोना की तीसरी लहर आ चुकी है। यही कारण है कि कई राज्यों ने लॉकडाउन जैसी पाबंदियां लगा दी हैं। इस बीच खबर है कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में वीकेंट कर्फ्यू लगाया जा सकता है। DDMA यानी Delhi Disaster Management Authority में इस पर फैसला हुआ है। उपराज्यपाल अनिल बैजल की अध्यक्षता में डीडीएमए की बैठक हुई, जिसके बाद दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ऐलान किया। फैसले के मुताबिक, दिल्ली में वीकेंड कर्फ्यू लगेगा। जरूरी सामान की दुकानें खुली रहेंगी। निजी दफ्तरों में 50 प्रतिशत स्टाफ ही काम करेगा। सरकारी कायालयों में वर्क फ्रॉम होम लागू होगा। केवल अनिवार्य सेवाओं के कार्यालय खुले रहेंगे। बस और मेट्रो पूरी क्षमता के साथ चलेंगे, लेकिन बिना मास्क के किसी को अनुमति नहीं रहेगी।
बता दें, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली कोरोना से सबसे अधिक प्रभावित राज्यों में शामिल है। दिल्ली सरकार के फॉर्मूल के मुताबिक, यदि संक्रमण दर 5 फीसदी से ऊपर जाती है तो टोटल कर्फ्यू रहेगा। अब यह दर 6 फीसदी हो चुकी है। पिछले 24 घंटों में यहां कोरोना केस में तेज उछाल देखते हुए 4100 केस दर्ज किए गए हैं।
इस बीच, राष्ट्रीय राजधानी में दिसंबर के अंतिम सप्ताह से कोरोना वायरस संक्रमण में वृद्धि देखी जा रही है। दिल्ली में सोमवार को 4,099 नए मामले दर्ज किए गए, जो पिछले दिन की गिनती से 28 प्रतिशत अधिक है और सकारात्मकता दर अब 6.46 प्रतिशत है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि पिछले दो दिनों में राष्ट्रीय राजधानी में लगभग 84 प्रतिशत मामले नए कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमाइक्रोन के हैं। दिल्ली में लगातार बढ़ रहे मामलों पर मंत्री ने यह भी कहा कि अगर अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ती है तो और प्रतिबंध लगाए जाएंगे। सत्येंद्र जैन ने कहा कि एक सप्ताह के भीतर कोविड मामलों की संख्या चरम पर होगी।