इंदौर: शहर भाजपा में इन दिनों एक तीव्र वीडियो युद्ध छिड़ा हुआ है, जिससे पार्टी दो गुटों में विभाजित हो गई है। एक गुट महापौर पर शहर की खराब सड़कों के लिए आरोप लगा रहा है, जबकि दूसरा इसे शहर की छवि खराब करने की साजिश मान रहा है। हाल ही में सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल हुए हैं, जिनमें महापौर को शहर की बुरी सड़कें, खराब यातायात व्यवस्था और बढ़ते डेंगू मामलों के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है।
एक वीडियो में, एक युवक महापौर से कह रहा है कि “मालिनी आंटी ने आपको थाली सजा कर दी थी, लेकिन आपने उसे उलट दिया।” इन वीडियो के प्रसार के बाद, कैबिनेट मंत्री कैलाश विजवयवर्गीय महापौर के समर्थन में आ गए हैं। उन्होंने बिना किसी विधानसभा क्षेत्र का नाम लिए कहा कि पिछले कुछ महीनों से एक व्यक्ति और शहर की छवि को खराब करने के लिए ऐसी साजिशें की जा रही हैं। समय इसका जवाब देगा।
भाजपा के भीतर चल रहे इस वीडियो युद्ध का क्या परिणाम होगा और शहर की जनता को इससे कितना लाभ होगा, यह भविष्य में ही पता चलेगा। लेकिन यह स्पष्ट है कि इस विवाद ने शहर की सड़कों के गड्ढों की समस्या को उजागर कर दिया है। शहर की सड़कों पर गड्ढे नई बात नहीं हैं; कई जगहों पर ड्रेनेज और पेयजल लाइनों के लिए सड़कें खोदी गई हैं। हालांकि, किसी राजनीतिक बैठक में सड़कों की स्थिति पर चर्चा नहीं होती। इस आंतरिक खींचतान ने कम से कम नेताओं को सड़कों की वास्तविकता से अवगत करवा दिया है।