इंदौर। शहर में कोरोना संक्रमण के तेजी के फैलने से अब लोगों में एक बार फिर से लाकडाउन की चिंता बढ़ गई है। इंदौर में पिछले तीन दिनों में लगातार 1000 से ज्यादा कोरोना के संक्रमित मरीज मिल रहे हैं। यदि यही स्थिति बनी रही तो अगले कुछ दिनों में संक्रमित मरीजों की संख्या 2000 के पार हो जाएगी। विशेषज्ञों के अनुसार फरवरी तक कोरोना की तीसरी लहर में प्रतिदिन सामने आने वाले मरीजों की संख्या अपने पीक पर होगी। एक अनुमान के अनुसार इंदौर में यह आंकड़ा 10 हजार तक पहुंच सकता है।
इसी चिंता को इंदौर के कलेक्टर मनीष सिंह ने शुक्रवार को हुई क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी की बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सामने रखी। मनीष सिंह ने सुझाव दिया कि संक्रमण के फैलाव की रफ्तार को देखते हुए सख्ती बढ़ाई जानी चाहिए। इस सख्ती से कोरोना के संक्रमण की दर को कुछ हद तक रोका जा सकता है। उन्होंने चिंता जताते हुए कहा कि यदि सख्ती नहीं बढ़ाई गई तो रोज के कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 10 हजार के पास तक पहुंच सकता है।
बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर में निजी तौर पर अधिक टेस्ट की जानकारी मिलने पर निर्देश देते हुए कहा कि यदि प्राइवेट रूप से टेस्ट हों तो उन्हें भी रिकार्ड में लिया जाए। मुख्यमंत्री द्वारा कोरोना के संदर्भ में ली जा रही बैठक में इंदौर के जनप्रतिनिधि और कलेक्टर सहित अन्य वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी शामिल हुए।गौरतलब है कि वर्तमान में कोरोना को लेकर ज्यादा सख्ती नहीं बरती जा रही है। हालांकि कुछ प्रतिबंध लगाए गए हैं। रात का कर्फ्यू रात 11 बजे से लागू है। शादियों में 250 लोगों को ही मंजूरी है, वहीं शवयात्रा में 50 लोगों की अनुमति दी गई है।