इंदौर। मध्य प्रदेश के किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण खबर है। मप्र शासन ने समर्थन मूल्य पर गेहूं उपार्जन की नई नीति जारी कर दी है, जिसके तहत 15 मार्च से 5 मई तक गेहूं की खरीद की जाएगी। किसानों को गेहूं बेचने के लिए ऑनलाइन स्लॉट बुकिंग करनी होगी, जो www.meuparjan.nic.in पर उपलब्ध होगी।
15 मार्च से मध्य प्रदेश के इंदौर, उज्जैन, भोपाल और नर्मदापुरम संभागों में गेहूं की खरीदी शुरू होगी, जबकि अन्य संभागों में यह 17 मार्च से प्रारंभ होगी। इस बार गेहूं का समर्थन मूल्य 2600 रुपये प्रति क्विंटल होगा, जिसमें न्यूनतम समर्थन मूल्य 2425 रुपये और राज्य सरकार द्वारा 175 रुपये प्रति क्विंटल का बोनस दिया जाएगा।
इंदौर संभाग में व्यवस्था
इंदौर संभाग में कुल 307 खरीदी केंद्र स्थापित किए गए हैं। संभागायुक्त दीपक सिंह ने सभी जिला कलेक्टरों को पंजीकृत किसानों का सत्यापन करने के निर्देश दिए हैं। खरीदी केंद्रों पर किसानों की सुविधा के लिए छाया, टेंट, बैठने की व्यवस्था, पानी, पंखे, तौल मशीन और कंप्यूटर जैसी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इसके अलावा, गेहूं की सफाई के लिए क्लीनिंग मशीन भी लगाई जाएगी।
खरीदी व्यवस्था की निगरानी के लिए जिला, उपखंड और मंडी स्तर पर समितियां बनाई गई हैं। संभागायुक्त ने 15 मार्च 2025 तक सभी गांवों में ई-गिरदावरी और किसानों के सत्यापन का काम पूरा करने के निर्देश दिए हैं। जिला उपार्जन समिति नियमित बैठकें करके व्यवस्थाओं की समीक्षा करेगी।
किसानों का सत्यापन
किसानों का भौतिक सत्यापन जिला स्तर से किया जाएगा। सभी एसडीएम को निर्देश दिए गए हैं कि नोडल अधिकारियों से केंद्रों पर आवश्यक सुविधाओं का भौतिक सत्यापन तीन दिनों में पूर्ण करा कर जिला समिति को पालन प्रतिवेदन भेजें।
पंजीकरण की अंतिम तिथि 31 मार्च: जो किसान गेहूं उपार्जन के लिए पंजीकरण नहीं करवा पाए हैं, वे जल्दी से इसे करवा लें। पंजीकरण की अंतिम तिथि 31 मार्च 2025 है। सभी खरीदी केंद्रों पर पर्याप्त व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
इस वर्ष प्रदेश में लगभग 80 लाख मीट्रिक टन गेहूं उपार्जन का अनुमान है। मालवा-निमाड़ क्षेत्र में इंदौर और उज्जैन संभाग के कई किसान गेहूं उत्पादन करते हैं, लेकिन देशभर में सबसे प्रसिद्ध शरबती गेहूं सीहोर का है।
यह भी पढ़िए : मजदूरों से भरी बस पलटी, एक बच्ची की मौत, 30 घायल