भोपाल . अपने अलग अजीबोगरीब अंदाज के लिए जाने वाले ऊर्जा मंत्री प्रधुम्न सिंह मंगलवार रात उपभोक्ता के घर ही पहुंच गए. मामला भोपाल का है. उपभोक्ता ने बिजली गुल होने की शिकायत मंत्रीजी से की थी. हालांकि उनके पहुंचने से पहले ही बिजली आ गयी.
ऊर्जा मंत्री प्रधुम्न सिंह मंगलवार रात भोपाल के गोविंदपुरा स्थित कॉल सेंटर का जायजा लेने गए थे. उन्होंने वहां बिजली को लेकर प्रदेश भर से आने वाली समस्याएं सुनीं. इस दौरान मंत्री तोमर ने कॉल सेंटर से एक उपभोक्ता से बात तो पता चला कि उसने सुबह साढे आठ बजे से शाम साढे पांच बजे के बीच बिजली गुल होने की पांच बार शिकायत दर्ज कराई लेकिन फिर भी बिजली बहाल नहीं हुई. इस शिकायत पर मंत्री तोमर खुद उपभोक्ता के घर पहुंच गए. हालांकि जब तक वो वहां पहुंचे उससे चंद मिनट पहले ही उपभोक्ताओं के घर की बिजली बहाल कर दी गयी.
2 अफसरों पर एक्शन
मंत्री ने इस मामले में कॉल सेन्टर में आने वाले फोन कॉल और रिसीव कॉल में अंतर पर गहरी नाराजगी जताते हुए जिम्मेदार दो अधिकारियों की वेतन वृद्धि रोकने के निर्देश दिए. साथ ही कॉल सेंटर चलाने वाली एजेंसी के खिलाफ भी कार्रवाई करने के लिए कहा.
दोस्त मैं ऊर्जामंत्री प्रधुम्न सिंह तोमर बोल रहा हूं….
प्रधुम्न सिंह तोमर ने भोपाल के गोविंदपुरा स्थित बिजली विभाग के कॉल सेंटर में उपभोक्ताओं के फोन कॉल, समस्या और रजिस्टर का जायजा लिया. अफसरों ने मंत्री को बताया कि आज की सब शिकायतों का निपटारा कर दिया गया है. लेकिन अफसरों के कहने के बाद भी मंत्री ने सहा स्थिति जानने के लिए कॉल सेंटर में शिकायत करने वाले भानपुर स्थित जिया कॉलोनी के वसीम खान से बात की.
वसीम खान ने मंत्री को बताया कि वो कॉल सेंटर पर सुबह 8.30 से शाम 5.30 तक चार फोन लगा चुके हैं, लेकिन हमारी समस्या का निराकरण नहीं हुआ है, इतना सुनते ही ऊर्जा मंत्री तोमर कॉल सेंटर से सीधे वसीम खान के घर पहुंच गए. वसीम खान से उनकी समस्या के बारे में पूछा, वसीम ने बताया कि आपके आने से पहले बिजली आ गई है.
लापरवाह अफसरों पर कार्रवाई के निर्देश
वसीम ने मंत्री को बताया कि वो बिजली का बिल समय पर जमा करते हैं, फिर भी उनकी बिजली अक्सर चली जाती है. कॉल सेंटर में फोन लगाने के बाद भी घंटों तक बिजली सप्लाय दुरुस्त नहीं होती है. इस पर ऊर्जा मंत्री ने बिजली की समस्या के निपटारे में देरी के लिये लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश एमडी को दिए.
कॉल सेन्टर के प्रभारी डीई और एई की एक-एक वेतन वृद्धि रोकने और कॉल सेन्टर चलाने वाली एजेन्सी के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए. इस दौरान ऊर्जा मंत्री ने ट्रांसमिशन स्टोर का भी जायजा लिया. यहां मंत्री ने जेबरा कंडक्टर का मेजरमेंट लेकर इसकी गुणवत्ता की जांच के निर्देश दिए.