जबलपुर। चूहों को निवाला बनाने के बाद कोबरा जमीन पर सो रही वृद्धा के पैर के पास कुंडली मारकर बैठ गया। सुबह वृद्धा नींद से जागी तो सामने बैठे कोबरा की फुफकार से उसकी चीख निकल गई। डरी- सहमी वृद्धा बिना देर किए बिस्तर छोड़कर भागी। तब तक पड़ोस में रहने वाला युवक वहां पहुंचा और वृद्धा को सहारा दिया। घटना लम्हेटाघाट गोपालपुर में बुधवार सुबह करीब पांच बजे की है। घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे सर्प विशेषज्ञ पं. गजेंद्र दुबे शास्त्री ने कोबरा पर काबू पाया और उसे जंगल में छोड़ दिया।
सर्प विशेषज्ञ दुबे ने बताया कि गोपालपुर निवासी ज्ञान बाई (65) मंगलवार रात भोजन करने के बाद घर के एक कमरे में जमीन पर बिस्तर लगाकर सो गई थीं। बुधवार सुबह करीब पांच बजे उनकी आंख खुली तो पैर की तरफ कोबरा सांप कुंडली मारे फन फैलाए बैठा था। कोबरा पर नजर पड़ते ही ज्ञान बाई चीखने चिल्लाने लगीं, आवाज सुनकर पड़ोसी अजीत ठाकुर वहां पहुंचे। वृद्धा को सुरक्षित कमरे से बाहर निकालकर राहत पहुंचाई।
सर्प विशेषज्ञ दुबे ने बताया कि कोबरा सांप विषैला व गुस्सैल स्वभाव का होता है। पकड़े गए कोबरा प्रजाति के नाग ने रात भर घर में चूहों का शिकार किया। कोबरा को पकड़ने के बाद स्पष्ट हुआ कि उसने चूहों को निवाला बनाया था। जिसके कारण वह रेंगने की स्थिति में नहीं था, इसलिए शिथिल अवस्था में वृद्धा के कमरे में कुंडली मारे बैठा रहा। कोबारा के पकड़े जाने के बाद वृद्धा ने राहत की सांस ली।