ग्वालियर। ग्वालियर शहर में नगर निगम के अधिकारियों के निर्देश पर एक पशुपालक की भैंस को निगम कर्मचारी सिर्फ इसलिए खोलकर ले गए कि उसने पानी का करीब 1 लाख 29 हजार रुपये का बकाया बिल जमा नहीं करा था। इसके साथ ही नगर निगम इन दिनों शहर में संपत्ति कर, जल कर के बकायादारों के खिलाफ वसूली अभियान चला रही है, इसके अलावा नगर निगम के अधिकारी सड़क पर गन्दगी करने वाले , बिना अनुमति के विज्ञापन लगाने वाले प्रतिष्ठानों पर भी जुर्माने की कार्यवाही कर रही है।
बता दें कि ग्वालियर में गुरुवार को वार्ड क्रमांक 35 के डलिया वाला मोहल्ले में रहने वाले डेयरी संचालक बाल कृष्ण पाल के घर नगर निगम की टीम जा पहुंची, निगम अधिकारियों ने उन्हें जल कर की बकाया राशि 1 लाख 29 हजार रुपये जमा कराने कराने के लिए कहा लेकिन जब डेयरी संचालक ने इसमें असमर्थता जताई तो कार्यपालन यंत्री संजय सिंह सोलंकी के निर्देश पर नगर निगम के कर्मचारियों ने उसकी घर में बंधी एक भैस जब्त की और उसे खोलकर ले गए। कार्रवाई में वसूली स्टाफ के साथ सहायक यंत्री के सी अग्रवाल, अवनीश गुप्ता उपयंत्री एवं मदाखलत टीम के साथ श्रीकांत सेन आदि शामिल थे।
इसके साथ ही बंसल भवन कैलाश टॉकीज के पास पर दो नल कनेक्शन पर बकाया लगभग 76 हजार रुपये नहीं देने पर उनके कनेक्शन काट दिए गए। इनके विरुद्ध सील करने की कार्यवाही हेतु कार्यवाही प्रस्तावित की गई है क्योंकि यहां पर ऑफिस चल रहा है और यह पानी का बिल देने में सक्षम भी है।
वही नगर निगम सीमा में बिना अनुमति विज्ञापन करने वालों को लगातार नगर निगम की विज्ञापन शाखा द्वारा नोटिस जारी किए जा रहे हैं। मनीष सेल्स के द्वारा जारी किए गए नोटिस की राशि 2 लाख 7 हजार 900 रुपये निगम कोष में जमा करवा दी गई है,नगर निगम की विज्ञापन शाखा ने निकुंज मोटर्स एवं खटाना होम्योपैथिक क्लिनिक को पूर्व में बिना अनुमति विज्ञापन करने पर जुर्माना जमा करने के लिए नोटिस जारी किया था। जो कि उनके द्वारा जुर्माना अभी तक जमा नहीं किया गया। जिसके चलते उक्त दोनों संस्थाओं के प्रबंधकों को धारा 174 के तहत आज सोमवार को नोटिस जारी कर 15 दिवस के अंदर जुर्माने की राशि जमा करने के निर्देश दिए गए हैं, अन्यथा विधिक कार्यवाही की जाएगी