मुंबई। आप State Bank Of India (SBI) के ग्राहक हैं और आपका लोन अकाउंट (Loan Account) इसके साथ चल रहा है, तो यह खबर आपके लिए महत्वपूर्ण है। कोविड के प्रभाव के कारण आपकी आमदनी घट गई है और आप अपना लोन अकाउंट रिस्ट्रक्चर (Restructuring of Loan account) कराना चाहते हैं तो आपके लिए ही यह सुविधा शुरू की गई है। दरअसल, कोई ग्राहक इसके लिए इलिजिबल (Eligibility) है या नहीं, यह जानने के लिए ही लोगों को बैंक की शाखा (Bank Branch) का चक्कर लगाना पड़ता है। अब यह जानकारी उसे बैंक की बेवबसाइट (Bank Website) पर ही मिल जाएगी। अच्छी बात यह है कि यह जानकारी जानने के लिए बैंक की नेट बैंकिंग सुविधा में रजिस्टर होना भी जरूरी नहीं है।
कोविड में घर से नहीं निकले ग्राहक
SBI के MD (Retail & Digital Banking), सी एस शेट्टी का कहना है कि अभी भी कोरोना का प्रकोप कम नहीं हुआ है। ऐसे माहौल में वे सिर्फ यह जानने के लिए उनका लोन अकाउंट रिस्ट्रक्चरिंग के लिए इलिजिबल है या नहीं, उन्हें शाखा का चक्कर नहीं लगाना होगा। वे अपने घर में बैठ कर ही एसबीआई की वेबसाइट पर जाएंगे तो उन्हें यह पोर्टल मिल जाएगा। वहां जाकर अपना लोन अकाउंट नंबर डाल कर जान पाएंगे कि वह इसके लिए इलिजिबल हैं या नहीं। यदि वह इलिजिबल होंगे तो उन्हें बता दिया जाएगा कि कितने दिन का मोरेटोरियम मिलेगा और कितना ईएमआई बढ़ेगा। यदि वह ईएमआई पीरियड में बढ़ोतरी चाहेंगे तो उन्हें इसकी भी जानकारी मिल जाएगी।
1 से 24 महीने तक के लिए बढ़वा सकेंगे मोरेटोरियम पीरियड
शेट्टी का कहना है कि रिजर्व बैंक ने जो रिजोल्यूशन प्लान घोषित किया है, उसके मुताबिक ही लोन अकाउंट की रिस्ट्रक्चरिंग की जा रही है। इसमें आपकी आमदनी में कमी और अगले कितने दिन तक आपकी आमदनी फिर से पहले जैसी हो जाएगी, की जानकारी दे के पता कर सकते हैं कि आपका मोरेटोरियम पीरियड कितने दिन तक बढ़ाया जा सकता है।
बढ़ जाएगा लोन रिपेमेंट पीरियड
एसबीआई एमडी ने बताया कि यदि कोई व्यक्ति छह महीने का मोरेटोरियम पीरियड चूज करता है तो उसका ईएमआई पीरियड 18 महीने के लिए बढ़ जाएगा। यदि दो साल का मोरेटोरियम पीरियड चुनता है तो छह साल के लिए ईएमआई पीरियड बढ़ेगा। यदि ग्राहक को लगता है कि वह बढ़ी आमदनी से ईएमआई चुका लेगा तो उनका ईएमआई पीरियड नहीं भी बढ़ सकता है। इस बारे में पूरा असेसमेंट कर ही फैसला लिया जाएगा।