नई दिल्ली। बीते कुछ दिनों से चीन और दक्षिण कोरिया में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार तेजी से बढ़ रहे हैं, जो विश्व स्वास्थ्य संगठन के साथ ही हेल्थ विशेषज्ञों के लिए काफी चिंता का विषय है। हालांकि भारत की बात की जाए तो देश में कोरोना के एक्टिव केस रोज 1000 हजार के करीब हैं और मृत्युदर भी काफी कम है, लेकिन इस बीच कोरोना वायरस के नए वेरिएंट की दस्तक ने फिर दुनिया को अलर्ट कर दिया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि कोरोना वायरस के नए वेरिएंट XE ने दस्तक दे दी है। WHO का कहना है कि XE वेरिएंट ओमिक्रोन से करीब 10 फीसदी ज्यादा संक्रामक है और यह तेजी से फैलता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि नोवेल कोरोना वायरस का एक नया उत्परिवर्ती, जिसे XE के रूप में जाना जाता है। ओमीक्रॉन के BA.2 वेरिएंट की तुलना में यह करीब 10 प्रतिशत अधिक संक्रामक प्रतीत हो रहा है। नया वेरिएंट XE इससे पहले के Omicron के दो वेरिएंट BA.1 और BA.2 का ही नया म्यूटेशन है।
यह इस समय दुनियाभर में केवल कुछ ही मामलों के लिए देखा जा रहा है और WHO ने इस सप्ताह की शुरुआत में जारी एक रिपोर्ट में कहा कि XE वेरिएंट के बारे में पहली बार जानकारी ब्रिटेन में 19 जनवरी को पता चला था और तब से 600 से कम अनुक्रमों की रिपोर्ट और पुष्टि की गई है। यूनाइटेड किंगडम हेल्थ सिक्योरिटी एजेंसी (यूकेएचएसए) के एक अध्ययन के मुताबिक तीन नए हाइब्रिड COVID-19 वेरिएंट वर्तमान में चल रहे हैं – XE, XD और XF। XD फ्रेंच डेल्टा x BA.1 वंश से संबंधित है।