ग्वालियर। कोरोना महामारी का संक्रमण बढ़ रहा है। इससे बचाव के लिए स्कूल-कॉलेजों को 30 सितंबर तक बंद करने के शासन ने आदेश निकाल दिए हैं। इसी बीच माध्यमिक शिक्षा मंडल के आला अफसरों ने मनमर्जी चलाते हुए डीएलएड प्रथम व द्वितीय वर्ष की परीक्षाएं आज से शुरू करा दी हैं। ग्वालियर में 22 सेंटर्स पर 14 हजार से अधिक छात्रों की परीक्षा हो रही। पहले ही दिन परीक्षा केन्द्रों पर सोशल डिस्टेसिंग के नियम की धज्जियां उड़ाई गई|
परीक्षा देने पहुंचे छात्र मास्क को पहने थे,लेकिन सेंटर से बाहर परीक्षार्थियों की भीड़ उमड़ी हुई थी। आलम यह था कि भेड़-बकरियों की तरह परीक्षार्थी एक दूसरे से सटकर खड़े थे। इससे ग्वालियर में संक्रमण फैलने का खतरा और बढ़ गया है। कोविड-19 महामारी के बचाव के लिए केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने अनलॉक-4 में भी स्कूल-कॉलेजों के खुलने पर पाबंदी लगा रखी है। इसके तहत मप्र शासन ने स्कूलकॉलेजों को 30 सितंबर तक बंद रखने के आदेश जारी कर दिए हैं। बावजूद इसके माध्यमिक शिक्षा मंडल के आला अफसरों को डीएलएड की परीक्षाएं कराने की जल्दी पड़ी है।
जानकारी के मुताबिक डीएलएड परीक्षा देने के लिए जिले में हजारों की संख्या में बाहरी छात्र आए हुए हैं। यह दूसरे राज्यों के अलग-अलग शहरों ये यह परीक्षा आकर ग्वालियर के गेस्टहाउस, होटलों और धर्मशालाओं में ठहरे हैं। जहां पर एक-एक कमरे में पांच से आठ छात्र रुके हैं। जो प्राइवेट ऑटो, टेम्पों के जरिए अपने-अपने सेंटर्स पर पहुंचे। इससे कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने का डर बना हुआ है। क्योंकि इनकी शेयरिंग आटो-टेम्पों में भी सोशिल डिस्टेसिंग के नियम का पालन नहीं हो रहा।