ग्वालियर। कुटुंब न्यायालय ने एक दंपती के विवाह को शून्य घोषित किया है। पत्नी ने शादी की रात पति को ऐसी बात बता दी, जिससे दूसरे दिन ही पति ने उसे मायके भेज दिया। उसके बाद पत्नी को वापस नहीं लाया। पत्नी के साथ शादी के पहले दुष्कर्म हुआ था, जिसकी जानकारी पति को नहीं दी गई। उसके बाद कुटुंब न्यायालय में विवाह शून्य का आवेदन पेश किया, जिसमें पत्नी जवाब देने के लिए उपस्थित नहीं हुई। एक पक्षीय आदेश पारित हुआ है।
पति की तरफ से 2019 में कुटुंब न्यायालय में विवाह शून्य का आवेदन पेश किया गया। उस आवेदन में पति ने तर्क दिया कि उसका विवाह 2019 में हुआ था। शादी की रात पत्नी ने पति को ऐसी बात बता दी, जो पति को सहन नहीं हुई। पत्नी ने जो बात पति को बताई, उस बात को पति ने अपने स्वजनों को बताया। इसके बाद पत्नी को तत्काल उसके मायके भेज दिया। जब पति अपनी पत्नी को साथ रखने के लिए तैयार नहीं हुआ तो दोनों परिवारों के बीच पंचायत हुई। जब इस मामले की सच्चाई सामने आई तो सब हैरान रह गए। लड़की के साथ जिसने दुष्कर्म किया, वह उसके मामा का लड़का था।
उसने बहन भाई के रिश्तों को तार-तार किया था। शादी टूट जाने के बाद पीड़िता ने मामा के लड़के के खिलाफ दुष्कर्म का केस दर्ज कराया, लेकिन पति उसे रखने के लिए तैयार नहीं हुआ। पति की तरफ से कहा गया कि धोखे से किया हुआ विवाह है, इसे मान्य नहीं किया जा सकता है। कोर्ट ने पत्नी काे जवाब देने के लिए नोटिस जारी किया, लेकिन वह उपस्थित नहीं हुई। कोविड-19 के चलते यह केस सुनवाई में नही आ सका था। अब कोर्ट खुल चुके हैं। केसों की सुनवाई हो रही है। पत्नी लंबे समय तक जवाब देने नहीं आई, उसे एक्सपार्टी घोषित किया गया। पति का ही तर्क सुनने के बाद विवाह को शून्य घोषित कर दिया।