मध्यप्रदेश में कोरोना कर्फ्यू , बनाम लॉकडाउन मई के महीने से लेकर जून के दूसरे सप्ताह तक लगातार क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप अर्थात स्थानीय प्रशासन , बनाम मध्यप्रदेश शासन द्वारा मई के महीने में खत्म होने की स्थिति में दिखाई नहीं देता । इससे बढ़कर आगे स्पष्ट रूप से कहना होगा , जैसा कि मुख्यमंत्री ने आज के संदेश में संकेत दिए हैं ,, लॉकडाउन जून के द्वितीय सप्ताह तक लगातार जारी रहेगा ।
आज प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने देर शाम को पॉजिटिविटी रेट के संबंध में केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा जारी किए गए आदेश के अंतर्गत जिस तरीके से नापतोल का भाव लॉकडाउन से जोड़ते हुए संकेत दिए हैं , उसे स्पष्ट होता है कि मई का पूरा महीना लॉकडाउन में ही जाएगा । यही नहीं जून का द्वितीय सप्ताह भी पॉजिटिविटी रेट संपूर्ण मध्यप्रदेश के जिला स्तर तक एवं संभागीय स्तर तक देखे तो आने वाला 1 महीना ,बीते गए 1 महीने के अंदाज में तुलनात्मक अध्ययन के अनुसार लॉकडाउन में ही रहेगा ।
प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज देर शाम को जो संकेत दिए हैं , उन संकेतों को केंद्र के गृह मंत्रालय के गणित के हिसाब से एवं लॉक डाउन की गाइडलाइन के अनुसार देखे तो मध्य प्रदेश के लगभग 98% जिलों में पॉजिटिविटी रेट अभी तक हाई पर है । अर्थात पॉजिटिविटी रेट 5% से ऊपर है । ऐसी स्थिति में संक्रमण की रफ्तार को कंट्रोल करने की अंतरराष्ट्रीय गाइडलाइन एवं गृह मंत्रालय की गाइडलाइन के पालन में मध्य प्रदेश में लोक डाउन की स्थिति को समझें तो लॉकडाउन 5% पॉजिटिविटी रेट अर्थात 10% से कम की स्थिति में जब आएगा तब लॉकडाउन हटाया जाना उचित माना गया है । यही अंतर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय गाइडलाइन कहती है ।
अब मध्य प्रदेश की बात करें तो मध्य प्रदेश में पिछले 1 महीने के लोक डाउन के अंतर्गत देखा जाए तो ऐसा कोई भी जिला नहीं है जहां पॉजिटिविटी रेट 5% से नीचे आई हो , खंडवा , भिंड ,बुरहानपुर और छिंदवाड़ा में जो पॉजिटिविटी रेट 5% से कम बताई जा रही है , उसे केवल और केवल सरकारी आंकड़ा माना जा रहा है . इस बात को प्रदेश के मुख्यमंत्री ने संकेत के रूप में आज स्वीकार किया है । अन्य संपूर्ण मध्य प्रदेश के समस्त महानगरों से जिलों की स्थिति देखें तो 17 मई के बाद लॉकडाउन हटाने का कोई कारण एवं गाइड लाइन का अनुपालन दिखाई नहीं देता है । क्योंकि मध्य प्रदेश में वर्तमान में पॉजिटिविटी रेट 25% से नीचे भले ही आ गया हो परंतु 15% तक भी नहीं पहुंचा है ।