ग्वालियर। प्रधानमंत्री नरेंद्र माेदी अपने दूसरे कार्यकाल के पहले मंत्रीमंडल का फेरबदल और विस्तार करने वाले हैं। राज्यसभा सदस्य ज्याेतिरादित्य सिंधिया काे भी मंत्रीपद का प्रबल दावेदार माना जा रहा है। यदि सिंधिया मंत्री बनते हैं ताे ग्वालियर चंबल अंचल की ताकत दाेगुनी हाे जाएगी।
क्याेंकि अंचल से पहले ही नरेंद्र सिंह ताेमर माेदी कैबिनेट में शामिल हैं। ऐसे में ग्वालियर चंबल अंचल के विकास में तेजी आने की संभावनाएं बढ़ जाएंगी। साथ ही अगर ज्याेतिरादित्य मंत्री मंडल में शामिल हाेते हैं ताे वह इस प्रतिष्ठित राज घराने के पहले पुरुष हाेंगे जाे स्वतंत्र भारत के किसी गैर कांग्रेसी केंद्रीय मंत्रीमंडल में शामिल हाेंगे। हालांकि वसुंधरा राजे सिंधिया जरुर केंद्रीय विदेश मंत्री रही हैं, लेकिन उनका राजनीतिक क्षेत्र राजस्थान रहा है।
राज्यसभा सदस्य बनने के बाद से ज्याेतिरादित्य सिंधिया की ग्वालियर-चंबल अंचल में सक्रियता काफी बढ़ गई थी। स्मार्ट सिटी, अमृत की याेजनाओं के साथ ही क्षेत्र विकास की अन्य याेजनाओं पर भी उनका काफी फाेकस था। फाइलाें में दफन मेट्राे के प्राेजेक्ट काे भी सिंधिया ने बाहर निकलवाया था। साथ ही मुख्यमंत्री से चर्चा के बाद जिला प्रशासन ने ग्वालियर के विकास का एक ब्लू प्रिंट भी तैयार किया था। ऐसे में आमजन व व्यापारियाें का भी मानना हैै कि सिंधिया के मंत्री बनने से विकास याेजनाओं काे रफ्तार मिलेगी। वहीं इससे प्रदेश में अंचल का कद भी बढ़ेगा। क्याेंकि अंचल से अब दाे केंद्रीय मंत्री हाे जाएंगे। वहीं राजनीतिक परिदृश्य में भी बदलाव आएगा। जिसकाे लेकर अभी से राजनीतिक गलियाराें में चर्चाएं शुरू हाे गई हैं।