उमरिया। बुधवार को बाघ के हमले में एक महिला की जान जाते-जाते बची। यह महिला जंगल में महुआ बीनने गई थी इसी दौरान बाघ ने इस पर हमला कर दिया। यह घटना बुधवार कि सुबह लगभग 9 बजे की बताई जा रही है। बीट मानपुर के कक्ष क्रमांक पी एफ 350 में बाघ शावक द्वारा श्रीमती चांनिबाई पति बिहारीलाल बैगा उम्र 28 वर्ष निवासी मानपुर को घायल कर दिया है। घायल चांनिबाई के सिर में चोट आई है। घटना के बाद जब बाघ मौके से भाग गया तो आसपास मौजूद लोगों ने घायल महिला को संभाला। इसके बाद वन विभाग को जानकारी दी गई। वन अमले ने घायल महिला को देखा और अस्पताल जाकर प्रारंभिक इलाज कराया। परिजनों को सहायता के रूप में एक हजार रुपये दिए। डाक्टर ने घायल को खतरे से बाहर बताया गया है।
बताया गया है कि चांनिबाई पर जब बाघ शावक ने हमला किया तो वह पास से गुजर रहे एक नाले में गिर गई। नाले में जगह कम थी जिसकी वजह से बाघ शावक नाले में नहीं घुस पाया। जिससे महिला की जान बच गई। आसपास अन्य लोग भी मौजूद थे जिन्होंने बाघ के हमला करते ही शोर मचाना शुरू कर दिया शोर सुनकर बाघ मौके से भाग गया। यदि महिला नाले में नहीं गिरती तो शायद उसकी जान चली जाती।
वन विभाग ने ग्रामीणों को सतर्क किया है कि वह महुआ बीनने के लिए जंगल में बहुत अंदर तक ना जाएं। आसपास बाघ होने के कारण खतरा बना हुआ है। जिसकी वजह से ग्रामीणों को सतर्क किया जा रहा है। पिछले दिनों उर्दाना तक एक बाघ पहुंच गया था। जंगल के किनारों पर रहने वाले बाघों के कारण ग्रामीणों पर हमेशा खतरा बना रहता है। इस बात को लेकर ग्रामीणों ने नाराजगी व्यक्त की है और अपनी चिंता भी जताई है।