ग्वालियर। सुपर स्पेशियलिटी में एक माह से भर्ती 28 वर्षीय युवराज ने 15 दिन पहले कोरोना को तो मात दे दी, पर उनके फेफड़े दगा दे गए। फेफड़े ट्रांसप्लांट कराने उन्हें बाहर ले जाने की तैयारी थी। दिल्ली से एयर एंबुलेंस भी मंगवाई जा रही थी, पर एक माह संघर्ष करने के बाद सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात युवराज की सांसें थम गई। विजय नगर आमखो निवासी युवराज ग्वालियर में सीएसपी रहे शैलेन्द्र सिंह जादौन के इकलौते बेटे थे। उनका डेढ़ साल पहले ही विवाह हुआ था, तीन माह का बेटा भी है।
छह जून को युवराज के दाएं फेफड़े में हवा भरने से सुराग हो गया था, तब डाक्टरों ने आपरेशन कर ट्यूब डालकर फेफड़े से हवा निकाल दी थी। दो दिन बाद दूसरे फेफड़े में भी हवा भरने की शिकायत आ गई। डाक्टरों की टीम का कहना है कि युवराज के फेफड़े बहुत कमजोर हो चुके थे। जो श्वांस लेने में पहुंचने वाली आक्सीजन का प्रेशर नहीं झेल पा रहे थे।
डेढ़ माह पहले हुए थे संक्रमितः युवराज उज्जैन नगर निगम में सिविल इंजीनियर थे। वह डेढ़ माह पहले ही उज्जैन से ग्वालियर आए थे। यहां वह कोरोना संक्रमित हो गए, तब उन्हें परिवार व सिम्स अस्पताल में भर्ती किया गया। जब स्वस्थ में सुधार नहीं हुआ तो एक माह पहले जेएएच परिसर स्थित सुपर स्पेशियलिटी हास्पिटल में भर्ती किया गया। यहां उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था।
पांच बहनों में इकलौते भाई थे युवराजः सेवानिवृत सीएसपी शैलेन्द्र सिंह जादौन के घर पांच पुत्रियों के बाद युवराज का जन्म हुआ था। युवराज का विवाह 9 फरवरी 2020 को हुआ था। तीन माह पहले उनकी पत्नी को बेटा हुआ था।
दाेस्त ने लिखाः
दगा दे गया मेरे यारः युवराज के बचपन के साथी ने अपनी फेसबुक पर उनके लिए लिखा- दगा दे गया तू युवराज। मेरे बचपन के साथी, मेरे यार तू तो हिम्मत वाला था, तोड़ दिया तूने मुझे। उन्होंने कुछ दिन पहले युवराज के साथ हुई चेंटिग भी पोस्ट की।
दोस्त: तू कैसा है मेरे भाई
दोस्त: तूने डरा दिया यार, हम सबको
दोस्त: सब ठीक हो जाएगा, बस तू हिम्मत बनाए रख।
युवराज: ठीक हो रहा हूं साहब, शायद एक वीक में घर आ पाऊंगा
युवराज: हां भाई बिल्कुल…
युवराज: आप दुआ कर दोगे भगवान से मेरे लिए तो जल्दी आ जाऊंगा, बहुत जल्दी सुनेंगे आपकी।