विदिशा। मध्य प्रदेश सरकार ने कोरोना महामारी की दूसरी लहर को देखते हुए भले ही गरीबों को 5 माह का राशन देने का आदेश जारी कर दिया है. लेकिन विदिशा जिल में वृद्ध महिला को 5 माह से राशन नहीं मिला है. जिसके चलते 75 साल की वृद्ध महिला हाथ में कटोरा लेकर कलेक्टर से राशन की गुहार लगाने पहुंच गई, वहीं शिवसेना के पदाधिकारियों ने वद्ध महिला की सहायता की उन्हें कलेक्ट्रेट लेकर पहुंचे. वहीं जिस समय महिला कलेक्ट्रट पहुंची, उसी दौरान जिले के कोविड प्रभारी मंत्री प्रभुराम मंत्री अधिकारियों के साथ मीटिंग कर रहे थे. इसी समय महिला मंत्री प्रभुराम चौधरी से मिलना चाहती थी, लेकिन अधिकारियों ने उनको नहीं मिलने दिया गया
वृद्ध महिला का कहना है कि 5 महीने का राशन नहीं मिल रहा है और वे यहां-वहां से मांग कर खाने को मजबूर हैं, इसीलिए हम कटोरा लेकर कलेक्टर से मांगने आए हैं. वहीं मीटिंग के दौरान स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी बखूबी यह कहते दिखाई दे रहे हैं, कि गरीबों के लिए सारी व्यवस्थाएं जो खाद्यान्न है, वह वितरित किया जा रहा है. मेन फोकस कोरोना की चेन को तोड़ना है, लेकिन ऐसे में गरीब भूख से ही दम तोड़ देगा, तो कोरोना संक्रमण की चेन ऐसे टूटेगी
शिवसेना के पूर्व पदाधिकारी का कहना है यह अम्मा चार-पांच दिन से भूखी थी. बीमार भी है एक व्यक्ति द्वारा आटा दिया था. हम चाहते है कि उन्हें 5 महीने का गेहूं-चावल बंद कर रखा है. वह दे दे, नगर पालिका में भी भटका रहे हैं और ऐसे में अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई हो, प्रशासन यहां कार्रवाई कर रहा है. 2 प्रतिशत काम अगर झोपड़पट्टी वालों के लिए कर ले, तो यह भूखे नहीं मरेंगे. हमारा शासन-प्रशासन से यही कहना है