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MP के 8 शहरों को मिलाकर बनेंगे 2 महानगर, CM मोहन ने बताया प्लान

भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने राज्य में दो नए महानगर बनाने का ऐलान किया है, जिसे राज्य के लिए एक बड़ी सौगात माना जा रहा है। यह कदम दिल्ली और मुंबई की तर्ज पर इन महानगरों का निर्माण करने की तैयारी का संकेत देता है, जिसका लंबे समय से आह्वान किया जा रहा था। 26 जनवरी को इंदौर में सीएम यादव ने प्रदेश के आठ बड़े शहरों को जोड़कर दो महानगर बनाने की घोषणा की। इससे ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के आर्थिक विकास को एक नई दिशा मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।

सीएम ने 8 शहरों को जोड़कर दो महानगर बनाने का प्लान साझा किया
सीएम मोहन यादव ने बताया कि मध्य प्रदेश के आठ शहरों को जोड़कर दो महानगर बनाने की योजना बनाई जा रही है। इस योजना के तहत, इंदौर, उज्जैन, देवास और धार को मिलाकर एक महानगर बनाया जाएगा, जबकि भोपाल, इंदौर, विदिशा और राजगढ़ को जोड़कर दूसरा महानगर बनेगा। इन सभी शहरों की दूरी एक दूसरे से 50 किलोमीटर से अधिक नहीं है, जिससे इनका एक साथ विकास किया जा सकता है। हालांकि, इस योजना को लागू करने का समय अभी तय नहीं हुआ है, लेकिन इस ऐलान के बाद यह राज्य के लिए एक बड़ी सौगात साबित हो सकता है।

महानगरों से होने वाले फायदे
इंदौर मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा शहर है, और इंदौर से जुड़ी अन्य शहरों जैसे उज्जैन, देवास और धार की दूरी 50 किलोमीटर से कम है। इन शहरों को मिलाकर महानगर बनाने से राज्य की आर्थिक व्यवस्था में सुधार हो सकता है और इन क्षेत्रों के बीच स्थित ग्रामीण इलाकों का शहरीकरण होगा। इन सभी शहरों में नगर निगम पहले से मौजूद हैं, और जब इन्हें एक साथ जोड़ा जाएगा, तो इन नगर निगमों का दायरा बढ़ जाएगा, जिससे ये प्रदेश का पहला मेट्रो शहर बन सकते हैं।

मुंबई और दिल्ली की तर्ज पर निर्माण
राजधानी भोपाल के मामले में रायसेन, विदिशा और राजगढ़ को जोड़ने की योजना है। भोपाल और रायसेन के बीच की दूरी अब महज 20 किलोमीटर रह गई है, जबकि राजगढ़ और विदिशा के बीच भी कम दूरी है। इससे यह क्षेत्र भी प्रदेश का दूसरा महानगर बन सकता है। हाल ही में सीएम यादव ने विदिशा को नगर निगम बनाने का ऐलान किया, जिससे इस योजना को और भी समर्थन मिलेगा। इन सभी शहरों को दिल्ली और मुंबई की तर्ज पर जोड़ा जाएगा ताकि इन्हें एक विशाल महानगर के रूप में विकसित किया जा सके।

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