भोपाल। मध्य प्रदेश में झमाझम बारिश के बीच रविवार को सावन माह की शुरूआत हुई। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक बंगाल की खाड़ी से आगे बढ़ा कम दबाव का क्षेत्र वर्तमान में उत्तरी मध्यप्रदेश के मध्य में बना हुआ है। मानसून ट्रफ भी मध्यप्रदेश से होकर गुजर रहा है। इस वजह से पूरे प्रदेश में रुक-रुक कर बारिश का सिलसिला बना हुआ है। मौसम विज्ञान केंद्र ने भोपाल, इंदौर, होशंगाबाद, उज्जैन, ग्वालियर, सागर संभाग में भारी बारिश की चेतावनी (ऑरेंज अलर्ट) जारी की है। इन क्षेत्रों में रविवार-सोमवार को कहीं-कहीं 115 मिलीमीटर या उससे अधिक बारिश भी हो सकती है।
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान रविवार को सुबह साढ़े आठ बजे तक होशंगाबाद में 77.8, शाजापुर में 76, खंडवा में 62, बैतूल में 58.5, पचमढ़ी में 56, उज्जैन में 53, धार में 51, नौगांव में 45, दमोह में 43, गुना में 41.6, भोपाल में 41.3, रायसेन में 39.2, सागर में 33.4, इंदौर 32.1, रतलाम, नरसिंहपुर में 27, मंडला में 25, खजुराहो में 24.2, खरगोन में 23.2, मलाजखंड में 22.4, उमरिया में 20.6, टीकमगढ़ में 17, सतना 16.8, जबलपुर में 16.1, श्योपुरकलां में 10 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई।
मौसम विज्ञानी पीके साहा ने बताया कि पूरे प्रदेश में रुक-रुक कर बारिश का सिलिसला बना हुआ है। वर्तमान में बने वेदर सिस्टम के कारण बंगाल की खाड़ी के अलावा अरब सागर से भी नमी मिल रही है। इससे अच्छी बरसात हो रही है। वर्तमान में कम दबाव के क्षेत्र के उत्तरी मप्र के मध्य में बने रहने से पश्चिमी मप्र के जिलों में बरसात हो रही है। हालांकि अब पूर्वी मप्र में बारिश की गतिविधियों में कुछ कमी आएगी। उधर 28 जुलाई को बंगाल की खाड़ी में एक अन्य कम दबाव का क्षेत्र बनने जा रहा है। इसके बाद एक बार फिर बारिश की गतिविधियां पूरे प्रदेश में तेज होने लगेंगी।