उन्होंने कहा कि देश का बंटवारा गांधी जी की वजह से हुआ था। हिंदू महासभा के नेताओं ने भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने की मांग की है साथ ही यह भी कहा कि हिंदू महासभा और कांग्रेस ने मिलकर स्वतंत्रता आंदोलन लड़ा था। बीजेपी की स्थापना तो हिंदू महासभा के बाद हुई थी। दूसरी ओर कांग्रेस को हिंदू विरोधी भी बताया। जयवीर भारद्वाज ने यह भी कहा है कि नाथूराम गोडसे दो लोगों का वध करना चाहता था। जिसमें एक मोहम्मद अली जिन्ना का भी नाम था। लेकिन गिरफ्तारी के कारण जिन्ना बच गया। हिंदू महासभा ने नाथूराम गोडसे और नारायण आप्टे का जीवन चरित्र पाठ्यक्रम में जोड़ने की मांग भी की है। वहीं कांग्रेस ने इसकी घोर निंदा की है और कहा है कि ये लोग बीजेपी की हिंडन कार्यकर्ता है। जो समाज में जहर घोलने का काम कर रहे है।
गांधी जयंती पर हिंदू महासभा का विवादित बयान: गोडसे चाहते थे गांधी के साथ जिन्ना का वध
ग्वालियर। आज पूरी दुनिया राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती मना रही है। लेकिन ग्वालियर में हिंदू महासभा ने महात्मा गांधी पर एक अपमानजनक टिप्पणी की है। हिंदू महासभा ने दौलतगंज स्थित अपने कार्यालय पर एक विचार गोष्ठी बुलाई थी। जिसमें कहा गया कि नाथूराम गोडसे ने गांधी जी का वध किया था। पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयवीर भारद्वाज ने कहा कि नाथूराम गोडसे ने गांधी का वध करने के लिए ग्वालियर में 3 दिन ट्रेनिंग ली थी और पिस्टल से जाकर दिल्ली में उनका वध किया था। इस पर हिंदू महासभा के नेताओं को गर्व है। इस विचार गोष्ठी में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पर हिंदू महासभा के नेताओं ने कई अपमानजनक टिप्पणियां की है।