रतलाम। रतलाम के जिला अस्पताल में जावरा निवासी एक महिला ने दो सिर, दो पैर और तीन हाथ वाले बच्चे को जन्म दिया है। दोनों बच्चों के कमर के नीचे का हिस्सा आपस में जुड़ा हुआ है। बच्चे को देखकर डाक्टर भी हैरान हो गए। स्वजन ने बेहतर उपचार की इच्छा जताई, इसके लिए बच्चे को इंदौर रैफर किया गया है। आपरेशन से प्रसूति होने के चलते मां का जिला अस्पताल में ही उपचार चल रहा है। इंदौर के एमवाय अस्पताल के डाक्टर ब्रजेश लाहोटी का कहना है कि यह बहुत ही दुर्लभ मामला है। इसे डाइसेफेलिक पैरापेगस कहते है, इसमें बच्चों को शरीर के अंग आपस में जुड़े रहते हैं। डाक्टर के अनुसार बच्चा का स्वास्थ्य स्थिर है और अभी उसे सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया है।
मेडिकल साइंस में इस तरह के बच्चों का जन्म करोड़ों में एक में होता है। जिला अस्पताल में शिशु चिकित्सा गहन इकाई प्रभारी डा नावेद कुरैशी ने बताया कि जावरा नीमचौक निवासी 20 वर्षीय शाहिन पत्नी सोहेल ने सोमवार शाम करीब 7ः30 बजे आपरेशन से बच्चे को जन्म दिया। बच्चे के दो सिर, दो पैर और तीन हाथ हैं। जन्म के तत्काल बाद बच्चे को आक्सीजन लगाई गई। सामान्यतः ऐसे बच्चों के सरवाइव करने की संभावना कम होती है।
जनाकरी के अनुसार बात दे डा नावेद ने बताया कि बच्चे की एमआरआइ के बाद शरीर के अन्य अंगों को लेकर स्पष्ट जानकारी मिलेगी। ऐसे मामलों में विशेष उपचार की आवश्यकता रहती है।