खरगोन। खरगोन में भले ही कर्फ्यू लगा हुआ हो, लेकिन उसके बावजूद दिलवाले दुल्हनिया ले आए। वैसे तो सांप्रदायिक तनाव को देखते हुए कई लोगों ने शादियां टाल दी हैं, लेकिन शुक्रवार को कमलानगर के नागराज परिवार ने अपनी बेटी दीपिका की शादी कर दी। हालांकि, शादी वैसी नहीं हो सकी, जैसी वो चाहते थे। उन्हें धूमधाम की बजाए साधारण विवाह ही करना पड़ा।
बता दें, शुक्रवार को तोताराम नागराज की बेटी दीपिका की शादी लखन भालसे हुई। इस शादी में ने धूमधाम से बैंड बजा, न कोई बारात निकली और न ही जोरदार विदाई हुई। इसमें केवल दोनों परिवार के लोग ही शामिल हुए। वर-वधू के परिवार ने बताया कर्फ्यू के चलते शादी की 4 महिने से चली आ रही तैयारीयो पर पानी फिर गया। एडवांस देने के बाद भी शादी में दूल्ही दुल्हन को बिना घोड़ी के लाया। दूल्हे को दुल्हन बाइक पर लानी पड़ी। परिजनों ने बताया कि हमने जोरदार बारात के सपने देख रखे थे, लेकिन न बारात निकाली, न डीजे बजा और न ही शहनाई बजी। परिवार के लोग इकट्ठे हुए और रस्मों की अदाएगी कर दी गई। दूल्हे ने कहा कि शादी में वाकई इस बात का बुरा लग रहा है कि मेहमान शामिल नहीं हो सके। हमारी तैयारियां तो पूरी थीं, लेकिन ये शादी मजबूरी में करनी पड़ी।
वहीं दुल्हन दीपिका ने कहा कि मुझे शादी की उतनी खुशी नहीं हो रही, जितनी होनी चाहिए। इतना सोच रखा था, इतनी तैयारियां कर रखीं थीं, लेकिन सब बेकार हो गया। युवती ने कहा कि ये शादी हटकर हुई। अफसोस है कि इसमें सहेलियां और रिश्तेदार शामिल नहीं हो सके। गौरतलब है कि खरगोन में उस वक्त हाहाकार मच गया था, जब रामनवमी पर यहां सांप्रदायिक तनाव फैला। एक समुदाय ने 10 अप्रैल को रामनवमी जुलूस पर पत्थर फेंके और आगजनी की। उपद्रवियों ने कई जगह तोड़फोड़ भी की. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मोर्चा संभाला। सूचना मिलते ही सभी वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच गए थे और भारी संख्या में पुलिस तैनात की गई थी।