छतरपुर।छतरपुर में एक युवती ने छेड़छाड़ का विरोध किया तो उसे ट्रेन से फेंक दिया गया। 25 साल की युवती उत्तर प्रदेश के बांदा से बागेश्वरधाम आई थी। यहां से बुधवार रात को ट्रेन से लौट रही थी। उस दौरान ट्रेन की बोगी में कोई नहीं था, तभी ट्रेन में एक युवक चढ़ गया। ट्रेन चलते ही युवक ने छेड़छाड़ शुरू कर दी। युवती ने विरोध किया तो उसने ट्रेन से फेंक दिया। खजुराहो थाना क्षेत्र के केशीपुरा गांव के पास गिरकर युवती बेहोश हो गई। यहां गनमैन ने उसे देख लिया और पुलिस को सूचना दी। युवती छतरपुर जिला अस्पताल के सर्जिकल वार्ड में भर्ती है।
मैं पिछले 9 माह से लगातार छतरपुर के बगेश्वरधाम आ रही हूं। पूरे 21 मंगलवार हाजिरी लगानी थी, जो इस मंगलवार को पूरी हो गई। बुधवार को अपने घर बांदा वापस जा रही थी। दरियागंज गांव स्टेशन से गाड़ी संख्या 04118 (ललितपुर-खजुराहो-महोबा) में बैठी, जो खजुराहो में 1 घंटे खड़ी रही। फिर ये ट्रेन,गाड़ी नंबर 01822 में तब्दील होकर खजुराहो से महोबा की ओर चली। ट्रेन पूरी खाली थी। स्टेशन से एक युवक बोगी में चढ़ा। ट्रेन कुछ देर खड़ी रही, तब उसने मुझसे कुछ नहीं बोला। जैसे ही ट्रेन चलने लगी वह मुझसे अश्लील बातें करने लगा। मैंने ध्यान नहीं दिया। वह उठकर मेरे पास आया और बुरी नीयत से छूने लगा। मैंने विरोध किया। वह फिर भी नहीं माना तो मैंने उसे थप्पड़ जड़ दिया।
वह जबरदस्ती करने लगा। मैंने खुद को छुड़ाया और दूसरे डिब्बे की तरफ भागी, वह भी खाली था। उसके बाद वाले डिब्बे में भी कोई नहीं था। उसने मुझे पकड़ लिया। मैंने उसकी उंगलियां चबा डालीं, जिससे खून बहने लगा। वह तिलमिला उठा और मुझे लात-घूंसों से मारना शुरू कर दिया। ट्रेन से फेंकने लगा। मैंने गेट के पाइप पकड़ लिए। बस मैं दुआ कर रही थी कि जल्दी स्टेशन आ जाए। 15 मिनट तक मैं उसकी मार झेलती रही। उसने मुझे जोरदार धक्का देकर ट्रेन से बाहर फेंक दिया। इसके बाद क्या हुआ मुझे नहीं पता। शायद बेहोश हो गई थी।