भोपाल।मध्य प्रदेश में शराबबंदी को लेकर उमा भारती ने फिर एक बार मोर्चा खोल दिया है। उमा भारती ने मंगलवार शाम को भोपाल के आशिमा मॉल के सामने स्थित शराब दुकान के अहाते के सामने चौपाल लगाई। पूर्व सीएम ने कहा कि अब पत्थर नहीं मारेंगे, पत्थर मारना अपराध है, अब कुछ और मारेंगे। पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने कहा कि शराब और शराबियों की संख्या बढ़ते जा रही है। समस्या वैसी की वैसी है। उमा ने सुंदरकांड की चौपाई का उदाहरण दिया विनय न मानत जलधि जड़, गए तीन दिन बीत। बोले राम सकोप तब, भय बिन होय न प्रीत। उन्होंने पुलिस से कहा कि नशे से होने वाले अपराध से महिलाओं को सुरक्षित करें। दुर्घटनाएं ना हो, लोग स्वस्थ्य रहें। उन्होंने मिसरोद के थाना प्रभारी का कहा है कि मैं तीन दिन बाद फिर आऊंगाी। फिर यहीं रहूंगी। बता दें इससे पहले उमा भारती ने गोविंदपुरा क्षेत्र शराब की दुकान पर पत्थर फेंका था।
उमा भारती ने चौपाल के बाद ट्वीट किए। उन्होंने लिखा कि करीब सवाल महीने पहले मेरी और शिवराज जी की शराबबंदी को लेकर लंबी वार्ता हुई फिर दिल्ली में हमारी पार्टी संगठन के वरिष्ठतम नेतृत्व से मेरी इसी विषय पर बातचीत हुई। फिर भोपाल में हमारी पार्टी के प्रदेश मुख्यालय के अंदर मध्य प्रदेश पार्टी संगठन के वरिष्ठ प्रभारियों से भी इसी संबंध में लंबा संवाद हुआ। तथा इन तीनों मीटिंग में सबका यही कहना था कि सब शराब के खिलाफ है एवं निषिद्ध स्थानों पर शराब की दुकान नहीं होना चाहिए तथा शराब पिलाने के अहाते तो मध्य प्रदेश में कहीं नहीं होना चाहिए। इस संपूर्ण प्रसंग में लगभग डेढ़ महीना निकल चुका है, मुझे विश्वास है कि जब इन दिनों इतने महत्वपूर्ण लोगोंे से बातचीत हो चुकी है तो कुछ सकारात्मक परिणाम आएगा ही।
उमा ने लिखा कि नशा एवं शराब के खिलाफ जागरूकता का अभियान चलेगा यह बात हमारे प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं प्रदेश के अध्यक्ष महोदय कह चुके हैं। बातचीत के परिणाम आने की प्रतीक्षा करते हुए मैं आज से जागरूकता अभियसान प्रारंभ कर रही हूं क्योंकि जागरूकता अभियान हमारी पार्टी एवं सरकार की नीति के ही अनुसार है।
उमा ने कहा कहा कि एक अजीब सी विसंगति देखी, हमारे देश में में शराब पीकर वाहन चलाना अपराध है तो जो अहातों में बैठकर बड़े-बड़े झुंड में शराब पी रहे हैं वह जब बाहर निकलेंगे तो वह घर कैसे जायेंगे। खुद वाहन चलाकर या घर का कोई वाहन लेकर उनको लेने आएगा या सरकार खुद उसके लिए वाहन की व्यवस्था करेगी क्योंकि यहां हमारी ही नीति में विसंगति एवं विरोधाभास है