गुना। गुना में सहरिया आदिवासी महिला को जिंदा जलाने का मामला सामने आया है। महिला खेत में थी। आरोपियों ने कथित तौर पर डीजल डालकर उसे आग लगा दी। इससे वह 80 फीसदी तक झुलस गई। महिला बचाने की गुहार लगाती रही। आरोपी उसका वीडियो बनाते रहे। महिला को गंभीर हालत में जिला अस्पताल लाया गया, यहां से भोपाल रेफर कर दिया। वह बयान देने की स्थिति में नहीं है। घटना शनिवार दोपहर को बमोरी के धनोरिया गांव में हुई। महिला के परिजनों ने थाने में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने दो आरोपियों को हिरासत में लिया है।
जानकारी के अनुसार पुलिस ने बताया कि रामप्यारी बाई उसके पति अर्जुन सहरिया काे खेत में जली अवस्था में मिली। अर्जुन ने बताया कि जब वह खेत जा रहा था, तब वहां से कथित आरोपी प्रताप, हनुमत, श्याम किरार, उन तीनों की पत्नियां और मां ट्रैक्टर से भाग रहे थे। उसकी पत्नी रामप्यारी खेत में पेड़ के पास मिली। उसके सारे कपड़े जल गए थे और वहां धुआं निकल रहा था। अर्जुन ने बताया कि उन्होंने 23 जून को एसपी को आवेदन दिया था। इसमें उन्होंने आरोपियों से अपनी जान का खतरा बताया था। इससे पहले उन्होंने बमोरी थाने में भी आवेदन दिया था, लेकिन पुलिस ने कुछ नहीं किया। फरवरी में आरोपियों ने बमोरी तहसील प्रांगण के पास अर्जुन के साथ भी मारपीट की थी। इसकी एफआईआर भी दर्ज कराई गई थी।
विवाद की जड़ साढ़े 6 बीघा जमीन है। इस पर एक साल से आरोपियों ने कब्जा कर रखा था। मई में इस मामले का निबटारा करते हुए तहसीलदार ने उक्त जमीन पर सहरिया परिवार को कब्जा दिलाया था। शनिवार को उन्हें पता चला कि आरोपी जमीन की जुताई कर रहे हैं। यह सुनकर महिला खेत में पहुंच गई। बताया जा रहा है कि आरोपियों ने महिला पर डीजल डालकर उसे जला दिया। उस समय महिला का पति नहीं था। एसपी पंकज श्रीवास्तव ने बताया कि महिला के पति अर्जुन सहरिया की शिकायत पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है। फरियादी द्वारा बताए गए तीन आरोपियों प्रताप, श्याम और हनुमत में से दो को हिरासत में भी ले लिया गया है। आरोपियों ने फरियादी पक्ष की जमीन पर कब्जा कर रखा था, जिसे मई में ही मुक्त कराया गया था।